अगले 24 घंटों में प्रदेश के इन 10 जिलों में होगी मूसलाधार बारिश, चलेगी आंधी, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

Simran Vaidya
Published on:

MP Weather Update Today : काफी दिनों से प्रदेश के मौसम में तीव्रता के साथ ही बदलाव का क्रम जारी हैं। जहां एक एक्टिव मौसम प्रणाली के चलते दिन और रात के तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है। राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादलों के आवागमन के दौरान रात्रि के टेंपरेचर में 2 से 3 डिग्री तक की भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है, वहीं दिन के पारे में सामान्य से 1 से 2 डिग्री की जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है।

जिस पर आगामी दो दिनों तक शीतलता की आशंका जताई गई है, लेकिन मेघों की आवाजाही के चलते दिन का ज्यादा से ज्यादा टेंपरेचर लगभग समान बना रहेगा। जहां मुख्य रूप से, प्रदेश के अधिकतर जगहों में बादल छाए रहेंगे, और कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ बूंदाबांदी की भी संभावना है। मौसम में हो रहे लगातार बदलाव को देखते हुए, पुनः तीव्र ठंड का दौर 25 दिसंबर के बाद से मध्य प्रदेश में देखने को मिलने की संभावना जाता दी गई है।

हालांकि, इस बदलते हुए मौसम का सामना करने वाले प्रदेशवासियों के लिए एक अच्छी खबर हो सकती है, लेकिन यह सतर्कता बरतने का उचित वक्त है। सभी को ठंड की गिरफ्त में रहकर अपनी सुरक्षा का ध्यान रखने का प्रस्ताव दिया जा रहा है। इसके अलावा, आपको समझना चाहिए कि मौसम बदलता रहता है, और ताजगी से नजर रखना हमें आने वाली स्थितियों के लिए तैयार रहने में मदद कर सकता है। इसलिए, वहीं मौसम विभाग के जारी अनुमान के मुताबिक मौसम का निरीक्षण करने वाले लोगों के लिए यह भी एक उत्कृष्ट मौका है जहां वे अपनी जानकारी को साझा करके अपने प्रदेशवासियों को सही समय पर सही सूचना प्रदान कर सकते हैं।

जनवरी की शुरुआत में तेज ठंड का दौर:

मध्य प्रदेश में मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टर्बन्स के साथ-साथ अरब सागर में बने चक्रवात के कारण नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके परिणामस्वरूप, प्रदेश के अधिकांश शहरों में बादलों की छाएं बढ़ गई हैं। रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जबकि दिन के तापमान में थोड़ी गिरावट हो रही है। मौसम विभाग ने बताया है कि यह मौसमी परिवर्तन पाकिस्तान से आए पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर के चक्रवात की वजह से हो रहा है। इसके अलावा, महाराष्ट्र और गुजरात के करीब अरब सागर में एक प्रति चक्रवात बना हुआ है, जिससे मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव आया है और हवाएं बदल गई हैं। उत्तरी हवाओं की रफ्तार धीमी हो गई है, जिससे प्रदेश में ठंडक की रफ्तार में गिरावट हो रही है।

मौसम विभाग के अनुसार, इस वेदर सिस्टम के कमजोर होने के बाद आने वाले 48 से 72 घंटों में उत्तरी हवाएं फिर से रफ्तार पकड़ेंगी, दिसंबर के आखिरी दिनों में और जनवरी की शुरुआत में फिर से प्रदेश में एक बार तेज ठंड का दौर शुरू होगा। इस मौसमी बदलाव के बीच, प्रदेशवासियों को सावधान रहने की सलाह दी जा रही है। ठंड में बचाव के लिए उचित कपड़े पहनना और सुरक्षा के उपायों का पालन करना महत्वपूर्ण है। मौसम की नई जानकारी के अनुसार यात्रा के लिए सावधानी बरतें और सुरक्षा को पहली प्राथमिकता दें। मौसम विभाग की रिपोर्ट्स के अनुसार, आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश में मौसम में और बदलाव हो सकता है, और लोकल निवासियों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए।

7 डिग्री पहुंचा पारा

मध्य प्रदेश में शुक्रवार को ठंडी प्रभात का लुत्फ लेते हुए, 5 जिलों में कम से कम टेंपरेचर 7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यहां 11 जिलों में भी कम से कम टेंपरेचर 10 डिग्री से कम रहा। नौगांव में बेहद अल्प 7.2 डिग्री सेल्सियस में ठंडक का आनंद लेते हुए, रीवा में 7.6 डिग्री, ग्वालियर में 7.8 डिग्री और मलाजखंड में 7.9 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम टेंपरेचर रिकॉर्ड किया गया। जबलपुर में 8.6 डिग्री, मंडला में 8.5 डिग्री, भोपाल में 13.02 डिग्री और इंदौर में 15.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम टेंपरेचर नोट किया गया। मध्य प्रदेश में शुक्रवार को ठंड से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है और यह सुनिश्चित करता है कि लोग ठंड के प्रति सही और सटीक सावधानी जरूर बरतें।

बर्फीली हवाओं से आम जनजीवन हताश, परेशान

इधर मध्य प्रदेश में उत्तर भारत से आई बर्फीली हवाओं के चलते सर्दी के भीषण प्रभाव का महसूस किया जा रहा है। मौसम कार्यालय ने बताया है कि प्रदेश के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से रात्रि का पारा 3 से 4 डिग्री तक गिर गया है, जबकि दिन में भी सर्द हवाएं भी चल रही हैं। प्रदेश के शहरों में गुजरे कुछ दिनों से बर्फबारी के संकेत मिल रहे हैं, जिससे सर्दी का महसूस किया जा रहा है।

भोपाल, इंदौर, ग्वालियर सहित कई जिलों में रात का तापमान 3 से 4 डिग्री तक लुढ़का है, जबकि दिन में भी कंपकंपा देने वाली हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इस ठंडी लहर का कारण उत्तर भारत से आई बर्फीली हवाएं हैं, जो प्रदेश के अधिकांश भागों में असर डाल रही हैं। कई जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे चला जा रहा है, जिससे लोगों को सर्दी की जटिलताओं का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने इसे बढ़ती ठंड के संकेत के रूप में बताया है और लोगों को अगले कुछ दिनों के लिए भीषण ठंड के चलते सतर्क रहने की सलाह दी है।