देश के विभिन्न राज्यों में मौसम के आए दिन नए मिजाज देखने को मिल रहे है। एक ओर उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों में बारिश हो रही है तो दूसरी ओर पूर्वी भारत के राज्यों में गर्म लपटों का अलर्ट जारी कर दिया गया है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, एक ऊपरी हवा का साइक्लोन चक्र पाकिस्तान से सटे दक्षिण पश्चिम राजस्थान पर बना हुआ है और पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और इससे लगे पंजाब पर बना हुआ है, जिससे उत्तर भारत में मौसम का मिजाज कुछ ख़राब सा हो गया हैं। हिमालयी इलाकों और उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों में बारिश का अलर्ट जारी है। वहीं नॉर्थ ईस्ट भारत के राज्यों में आने वाले दो दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत मौसम विभाग ने अपनी एक अभी हालिया रिपोर्ट में बताया है कि कुछ पूर्वी राज्यों में रविवार तक बारिश जारी रहेगी। इससे लोगों को इस भीषण गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिल सकती है। इस दौरान, उत्तरी और मध्य मैदानी क्षेत्रों में अधिक से अधिक पारा 40 डिग्री सेल्सियस के तक़रीबन रहने का पूर्वानुमान जारी है। IMD ने अगले तीन दिनों में पूर्वोत्तर और पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और ओडिशा के पृथक पृथक जगहों पर व्यापक वर्षा की आशंका जताई है। इस दौरान, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर में शनिवार यानी की आज आंशिक रूप से बादल छाए रहने और ज्यादा से जयादा तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के तक़रीबन रहने का पूर्वानुमान जारी है।
IMD ने कहा कि मध्य उत्तर प्रदेश के ऊपर साइक्लोन चक्र का मैदान बनने और बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण अधिक से अधिक टेंपरेचर में पांच डिग्री सेल्सियस तक की कमी आने की जबरदस्त आशंका बताई जा रही है। आपको ये भी बता दें कि शुक्रवार को हल्की बारिश के पूर्वानुमान के बावजूद दिल्ली में बारिश नहीं हुई।
महाराष्ट्र में भी जारी हैं हीटवेव का कहर
IMD के अनुसार, मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और महाराष्ट्र के कुछ अन्य भागों में बीते कुछ दिनों से ‘लू’ के हालत बने हुए हैं। जिससे लोगों को लू की स्थिति का सामना ककरना पड़ रह हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में, मुंबई का ज्यादा से ज्यादा टेंपरेचर 38.5 डिग्री सेल्सियस को छू गया था, जबकि नवी मुंबई में ज्यादा से ज्यादा टेंपरेचर 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
बंगाल भी हैं गर्मी से बेहाल
इस दौरान, पश्चिम बंगाल में गुजरे 10 दिनों से लू का भारी आतंक बढ़ रहा है। बांकुड़ा जैसे जिलों में नदी का लेवल नीचे चला गया है, जहां इस सप्ताह ज्यादा से ज्यादा टेंपरेचर 44.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। बांकुरा के बाद गुरुवार को पानागढ़ एयरफोर्स स्टेशन का ज्यादा से ज्यादा टेंपरेचर 43.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हालांकि, शुक्रवार को राज्य के कुछ भागों में आकाश में आंशिक रूप से काले मेघ छाए रहने से टेंपरेचर में भारी कमी दर्ज की गई। कोलकाता में अधिकतम 38 डिग्री सेल्सियस और पड़ोसी साल्ट लेक में 39.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बिहार और झारखंड को रात में थोड़ी राहत मिली
यहां आपको बता दें कि पटना में शुक्रवार को अधिकतम 39.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि गया में अधिकतम 38.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। झारखंड में सबसे ज्यादा टेंपरेचर डालटनगंज में 40 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. जमशेदपुर का अधिकतम टेंपरेचर 36.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के एक अधिकारी ने कहा, “झारखंड को 25 अप्रैल तक भयानक गर्मी से राहत मिलने की आशंका है।” 26 अप्रैल से टेंपरेचर फिर से बढ़ेगा और राज्य के कई इलाकों में ‘लू’ की स्थिति का अनुभव हो सकता है। यहां गर्मी और लू से मिलेगी राहत
प्राइवेट भविष्यवक्ता स्काईमेट वेदर ने कहा कि दक्षिण तटीय कर्नाटक और केरल में सामान्य से मध्यम बारिश की आशा की जा सकती है। तेलंगाना, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु और पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना बनी हुई है। इसने पंजाब के कुछ भागों में धूल भरी आंधी, गरज के साथ छींटे और हल्की बारिश की भविष्यवाणी जताई है।