MP Weather Update Today: पिछले कई दिनों से प्रदेश के मौसम में निरंतर बदलाव देखा जा रहा हैं। दरअसल अभी ज्यों ज्यों अक्टूबर का महीना समाप्त हो रहा है, वैसे-वैसे प्रदेश में सर्दी का प्रभाव आहिस्ता आहिस्ता बढ़ रहा है। वहीं MP के अधिकांश जिलों में रात्रि के टेंपरेचर में भारी कमी रिकॉर्ड की जा रही है। मौसम कार्यालय के अनुसार अभी हवाओं का क्रम भी उत्तरी होने से प्रदेश में तेज सर्दी पड़ने का दौर प्रारंभ हो गया है। जहां कल यानी की गुरुवार को नौगांव समेत कई जिलों में टेंपरेचर 15 डिग्री से बेहद न्यून रहा।
मौसम कार्यालय की मानें तो आज यानी शुक्रवार से रात्रि के पारे में हल्की सी कमी रिकॉर्ड की जा सकती है। वहीं अभी आगामी चार-पांच दिनों तक मौसम इसी तरह बना रहेगा लेकिन नवंबर माह के पूर्व सप्ताह से तीव्र सर्दी का सिलसिला प्रारंभ होने का अंदेशा जताया जा रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ में मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में 29 अक्टूबर से पूर्वी सर्द हवाओं के आने से कम से कम टेंपरेचर में वृद्धि प्रारंभ होगी और ठंड का प्रभाव कम रहेगा।
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के साथ साइक्लोनिक गतिविधियां भी एक्टिव
MP मौसम कार्यालय के मुताबिक पाकिस्तान के इर्द गिर्द एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस द्रोणिका के रूप में एक्टिव हो रहा है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश में भी एक प्रति साइक्लोनिक चक्र बना हुआ है। इस कारण टेंपरेचर में परिवर्तन देखने को मिल रहा है। आज शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिलों का मौसम साफ बने रहने का अंदेशा जताया गया है। इस बीच अधिक से अधिक टेंपरेचर में तो अत्याधिक वृद्धि नहीं होगी, लेकिन कम से कम टेंपरेचर में मंदी आने की प्रबल आशंका बनी हुई हैं।
कहां कितना रहा पारा
यहां यदि राजधानी की बात की जाए तो यहां पर कम से कम से तापक्रम 17 डिग्री रहा। इसके अतिरिक्त इंदौर, जबलपुर, बिलासपुर, दुर्ग, का कम से कम टेंपरेचर भी 17 डिग्री सेल्सियस रहा। वही उज्जैन और ग्वालियर में 16 डिग्री अधिक से अधिक टेंपरेचर रहा।
आकाश भी क्लियर, पारे में भी भारी कमी
मौसम स्पेशलिस्ट का कहना है कि अक्टूबर महीने के आखिरी चरण में प्रदेश के रात्रि का टेंपरेचर 10 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र और मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में कोई वेदर सिस्टम एक्टिव नहीं है। वहीं यहां मौसम में नमी अत्यंत कम रहने से आकाश भी स्पष्ट बना रहेगा। यहां हवाओं का रुख भी पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। उत्तरी हवाएं लगातार चल रही हैं। इस कारण से टेंपरेचर में भारी कमी हो रही है।
धीरे-धीरे गिरेगा टेंपरेचर
दरअसल मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि अब सुबह छोटी और रात्रि में बड़ी होने लगी है। इसी कारण से धीरे-धीरे टेंपरेचर में गिरावट आने लगी है। यही वजह है कि धूप में भारी चुभन का अनुभव नहीं हो रहा है। संध्याकाल ढलने के बाद ही हवा में सर्दी का अनुभव होने लगेगा।