अगले 24 घंटों में प्रदेश में तेज हवाओं के साथ होगी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

Meghraj
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मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में ठंड का प्रकोप तेज होने की संभावना है। रविवार को राज्य के अधिकांश जिलों में बादल छाए रहने के साथ गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, सोमवार से तापमान में गिरावट के साथ ठंड के बढ़ने और घने कोहरे की संभावना है।

प्रदेश में मौसम का मिजाज

भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर समेत प्रदेश के 15 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है। तेज हवाओं ने ठंडक को और बढ़ा दिया है। टीकमगढ़, दमोह, कटनी, सिंगरौली, सीधी, नर्मदापुरम, खजुराहो और उमरिया जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। राजधानी भोपाल समेत सीहोर, विदिशा, बैतूल, पचमढ़ी, नरसिंहपुर और सागर जिलों में बूंदाबांदी का दौर जारी रह सकता है।

इन जिलों में बारिश का अलर्ट

शनिवार रात से शुरू हुई बूंदाबांदी के बीच रविवार को भी 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा और 12 अन्य जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का विशेष अलर्ट दिया गया है।

 प्रदेश में ठंड बढ़ने का अनुमान

मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ और मावठे का असर रविवार तक प्रदेश में बना रहेगा। इसके बाद बादल छंट जाएंगे और न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू होगी। सोमवार से ठंड और बढ़ने लगेगी, जबकि 31 दिसंबर से पूरे प्रदेश में घना कोहरा छाने की संभावना है। आने वाले एक महीने तक कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है।

पिछले 24 घंटे का तापमान और मौसम का हाल

फिलहाल पचमढ़ी, उमरिया, रायसेन, गुना और नौगांव जैसे क्षेत्रों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे बना हुआ है। बारिश और ओलों के कारण तापमान में और गिरावट दर्ज की जा रही है। भोपाल, इंदौर, विदिशा, सीहोर, मंदसौर, गुना, राजगढ़, शिवपुरी, नीमच, अशोकनगर, ग्वालियर, भिंड, दतिया, मुरैना और टीकमगढ़ में हल्के से मध्यम कोहरे का पूर्वानुमान है।

मौसम पर दबाव डाल रहे कारक

वर्तमान में उत्तर-पश्चिम भारत में जेट स्ट्रीम सक्रिय है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है, और बंगाल की खाड़ी में ऊपरी भाग में चक्रवात की स्थिति है। इसके अलावा, पाकिस्तान के पास एक शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ मौजूद है, जिससे मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है।