मध्य प्रदेश में नवंबर के अंतिम सप्ताह में मौसम में कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है। दिन में तेज गर्मी महसूस की जा रही है, लेकिन रात के तापमान में कोई विशेष गिरावट नहीं आई है। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। हालांकि, ग्वालियर-चंबल संभाग में हल्की बारिश हो सकती है। राजधानी भोपाल में अभी भी लोग पंखे चला कर सो रहे हैं, और वहां का मौसम गर्म बना हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण तंत्र के कारण प्रदेश में नमी बनी हुई है, जिससे गर्मी का असर कायम है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में तापमान में गिरावट आई है और यह 11.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि अन्य हिस्सों में ठंड का असर नहीं देखा जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, नवंबर के अंतिम सप्ताह में ग्वालियर-चंबल संभाग में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन यह बारिश पूरी प्रदेश में फैलने की संभावना नहीं है। फिलहाल, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण तंत्र सक्रिय है, जिसका असर प्रदेश पर ज्यादा नहीं होगा।
इन जिलों में इतना रहा तापमान
मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में न्यूनतम तापमान इस प्रकार दर्ज किया गया: बालाघाट में 15.8°C, उमरिया में 17°C, टीकमगढ़ में 16.01°C, मंडला में 15°C, जबलपुर में 17.4°C, उज्जैन में 18°C, ग्वालियर और इंदौर में 18.4°C, और भोपाल में 16.4°C। अधिकतम तापमान की बात करें तो भोपाल में 31.5°C, ग्वालियर और इंदौर में 32.6°C, उज्जैन में 33.8°C और जबलपुर में 30.6°C तापमान दर्ज किया गया है।
कई जिलों में कड़ाके की ठंड की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, पचमढ़ी सहित प्रदेश के कई हिस्सों में रात का तापमान तेजी से गिरने लगा है और सर्दी बढ़ने लगी है। 15 नवंबर के बाद प्रदेश के कई जिलों में कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान कुछ जिलों में दिन के तापमान में भी वृद्धि हो सकती है। मौसम विभाग ने इस महीने के आखिरी सप्ताह में ग्वालियर-चंबल संभागों के कुछ जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। ग्वालियर संभाग के अशोक नगर, दतिया, गुना, ग्वालियर, शिवपुरी और चंबल संभाग के भिंड, मुरैना और श्योपुर जिलों में ठंड के साथ बारिश की संभावना है। इसके साथ ही ठंड बढ़ने का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद जताई जा रही है।