प्रदेश के मौसम में आए दिन हो रहें निरंतर परिवर्तन के चलते एक बार फिर मौसम विभाग ने वर्षा का अनुमान जारी कर दिया हैं। जहां आगामी कुछ दिनों में टेंपरेचर के तीव्रता से गिरने के संकेत जताई गए हैं। एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अफगानिस्तान और उसके करीब करीब द्रोणिका के तौर पर एक और रेखा एक्टिव हो रही हैं। इसका असर मध्य प्रदेश की तेज हवाओं में भी जमकर देखने को मिल रहा है। मौजूदा समय में मौसम में दबाव की कमी होने के चलते वातावरण अत्याधिक शुष्क बना हुआ है।
यहां दिन में अत्यधिक तीव्र ग्रीष्म होती है तो सवेरे और रात्रि में कम से कम पारा गिर जाता है। हालांकि एक-दो दिन के बाद रात के टेंपरेचर में और अधिक कमी आने के संकेत दिखाई दे रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक मौजूदा समय में मध्य प्रदेश में एक प्रति साइक्लोनिक परिसंचरण तंत्र के निर्माण स्वरूप तीव्र गति की हवाओं का मिजाज बारंबार परिवर्तित हो रहा है। इस प्रति साइक्लोन के चलते टेंपरेचर में भारी कमी देखने को मिल सकती है।
अधिक से अधिक टेंपरेचर
यहां यदि बात की जाए अधिक से अधिक पारे की तो कल शनिवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा टेंपरेचर
गुना जिले में 34.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। भोपाल में 33.9, ग्वालियर में 33.7, इंदौर में 32.8, रतलाम में 34.4, उज्जैन में 34.5, जबलपुर में 31.8, मंडला में 33.5, सिवनी में 31, सागर में 33.4 डिग्री सेल्सियस अत्याधिक पारा रिकॉर्ड हुआ है।
कम से कम टेंपरेचर में अत्यधिक कमी
वहीं, कम से कम टेंपरेचर की बात करें तो सर्वाधिक महीन पारा उमरिया जिले में 15.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। बालाघाट के मलाजखंड में 16.3, सिवनी में 16.6, नोगांव में 16.4, मंडला में 15.5, छिंदवाड़ा में 15.6, रायसेन में 16.8 और ग्वालियर में 17.5 डिग्री सेल्सियस न्यून टेंपरेचर रिकॉर्ड हुआ है। वहीं यहां, राजधानी भोपाल में तापमान गिरकर 19.7 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया।
वर्षा का पूर्वानुमान जारी
बीते कुछ दिनों से प्रदेश से वर्षा का दौर लगभग रुक सा गया है। लेकिन मौसम कार्यालय ने फिर भी इतवार यानी की आज छिटपुट स्थानों पर मामूली वर्षा के आसार जताए हैं। इन जिलों में बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, धार, खंडवा, हरदा, खरगोन और बुरहानपुर जिले सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त अन्य जिलों का वातावरण काफी साफ बना रहने का अंदेशा जताया गया है।