MP Weather Update: प्रदेश के वातावरण में मौसम की कई सारी अठखेलियां देखने को मिल रही हैं। जहां मौसम ने एक बार फिर से बड़ी अंगड़ाई ली है। प्रदेश के समस्त जिलों में सर्दी ने बड़े ही विकराल ढंग से प्रवेश कर लिया हैं। ज्यादातर जिलों का पारा तीव्रता से लुढ़क रहा है। वहीं मौसम स्पेशलिस्टों ने अंदेशा जारी किया है कि 17 नवंबर के बाद तेज सर्दी का सिलसिला प्रारंभ हो जाएग। इसके अतिरिक्त कहीं-कहीं रिमझिम झरोखों का क्रम भी कायम रहने वाला है।
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली सूचना के अनुसार प्रदेश के 32 जिलों में रिकॉर्ड टेंपरेचर के मुताबिक 18 जिलों का कम से कम टेंपरेचर 15 डिग्री सेल्सियस के पारा जा चुका हैं। वहीं अधिक से अधिक पारे में भी बड़ी कमी आई है। गुरुवार को 14 जिलों का अधिक से अधिक पारा लुढ़क कर 30 डिग्री सेल्सियस के नीचे आ गया।
जानिए किन जिलों में लुढ़का पारा
प्रदेश में सर्वाधिक सर्द जिला पचमढ़ी रहा। जहां 12.4 डिग्री सेल्सियस पारा रिकॉर्ड किया गया। जबकि 12.6 डिग्री सेल्सियस पारे के साथ राजगढ़ सबसे सर्द जिला बना रहा।ग्वालियर में 12.6, उज्जैन में 13.8, इंदौर में 17.4, जबलपुर में 15 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम पारा नोटिस किया गया।
अधिक से अधिक पारा कितना रहा?
यहां अधिक से अधिक पारे की बात की जाए तो मंडला में 32.6 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर नोट हुआ। जबकि पाल जिले में 29.5, ग्वालियर में 28.7, इंदौर में 29.1 और जबलपुर में 29.5 डिग्री सेल्सियस पारा रिकॉर्ड हुआ। हालांकि इन जिलों में सर्द का अनुभव अब होने लगा है।
मामूली वर्षा की आशंका
इधर मौसम स्पेशलिस्ट की राय अनुसार प्रदेश में कोई भी वेदर सिस्टम एक्टिव नहीं है। लेकिन 15 नवंबर को बंगाल की खाड़ी में वेदर सिस्टम एक्टिव हुआ है। जिसके चलते ग्वालियर चंबल, सागर, छतरपुर में मामूली वर्षा की आशंका जताई जा रही है।
कब पड़ेगी तीव्र सर्दी
मौसम कार्यालय के अनुसार एक मौसम प्रणाली एक्टिव होने की वजह से अगले 2-3 दिनों प्रदेश के कई जिलों में जिसमें भिंड, मुरैना, दतिया, ग्वालियर, सागर छतरपुर, टीकमगढ़ में मौसम में परिवर्तन आने की आशंका जताई गई है। कई स्थानों पर वर्षा की आशंका भी व्यक्त की जा रही है। मालवा-निमाड़ की बात की जाए तो मौसम अभी साफ रहेगा। प्रदेश में 20 नवंबर के बाद तीव्र सर्दी का सिलसिला प्रारंभ हो जाएगा।