मध्य प्रदेश में बीतें कुछ दिनों से भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि और आंधी-तूफान का मौसम जारी है। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि उत्तर भारत में 18 अप्रैल को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसका असर 19 अप्रैल से देखने को मिल सकता है। एक-दो दिन में साफ हो जाएगा कि यह सिस्टम मजबूत रहेगा या नहीं।
प्रदेश में मौसम का मिज़ाज़:
मौजूदा स्थिति के अनुसार प्रदेश के कुछ इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ का असर रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को धार और उज्जैन समेत 9 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया है। इनमें सबसे ज्यादा तापमान धार में 41.7 डिग्री दर्ज किया गया है। यही स्थिति गुरुवार को भी रहेगी और पूर्वी मध्य प्रदेश के मालवा और निमाड़ जिलों के शहरों में पारा 40 डिग्री के पार जा सकता है।
अप्रैल माह में पहली बार मध्य प्रदेश में लगातार 11 दिन तक मौसम में नमी देखी गई है। प्रदेश में 7 अप्रैल से आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का दौर शुरू हुआ। बुधवार शाम को बैतूल, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, नरसिंहपुर, मंडला, डिंडौरी और बालाघाट में बादल छाए है। बाकी जिलों में भी भीषण गर्मी का असर देखा गया।
इन जिलों में हो सकती है बारिश:
पश्चिमी विक्षोभ के कारण 19 से 21 अप्रैल के बीच 21 जिलों में मौसम बदल जाएगा। जबलपुर, झाबुआ, रतलाम, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, धार, बुरहानपुर, राजगढ़, खंडवा, हरदा, देवास, सीहोर में बारिश की संभावना है। सागर, रायसेन, गुना, अशोकनगर, विदिशा, दमोह, कटनी और उमरिया आंधी-तूफाब के साथ बारिश की सम्भावना है।