इंदौर में मतदान कम होने की बात हुई भोपाल में, हितानंद शर्मा ने दी रिपोर्ट

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इंदौर(Indore) : इंदौर में मतदान कम होने को लेकर प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा को दी है। जिसमें कहा कि बड़े नेता कार्यकर्ताओं के साथ तालमेल नहीं बिठा पाए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बंगले पर कल हुई बैठक के दौरान यह बात सामने आई कि इंदौर जैसे शहर में मतदान कम हुआ है। तो कहीं ना कहीं पार्टी के नेताओं की भी गलती है। वोटिंग लिस्ट में कई नाम कट गए। एक बड़ा कारण यह भी बताया गया। इसके अलावा पार्टी के बड़े नेता मेयर और पार्षद के टिकट तय होने के बाद से ही अपने-अपने इलाकों में चले गए। संगठन के हिसाब से किसी भी बड़े नेता ने काम नहीं किया। नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने के मामले में बड़े नेताओं ने जानबूझकर अनदेखी की।

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मतदान ज्यादा हो इसको लेकर किसी भी नेता ने कोई प्लानिंग नहीं की। प्रत्याशियों ने ही अपने स्तर पर प्रयास किए, लेकिन उसके कारण वोटिंग ज्यादा कराने में सफलता नहीं मिली। यही कारण है कि पहली बार इतना कम मतदान हुआ। यह बात भी संगठन महामंत्री आनंद शर्मा ने बताई की लगातार कार्यकर्ताओं को पार्टी की तरफ से इतने कार्यक्रम दिए जाते हैं कि चुनाव तक वह थक जाता है, या परेशान होकर ऐन वक्त पर काम नहीं करता।

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जिस तरीके से मेयर प्रत्याशी को लेकर पार्टी के नेताओं ने अनदेखी की वह भी चौंकाने वाली बात सामने आई। मेयर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव के निजी चुनावी दफ्तर में विधायक मालिनी गौड़ का फोटो नहीं लाया गया। तो विधानसभा तीन में नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे का फोटो नहीं लगाया गया। चुनावी चंदे को लेकर भी संगठन महामंत्री हीतानंद शर्मा को बताया गया कि विधानसभा तीन में ही ज्यादा पैसा दिया गया। कई विधानसभाओं में प्रत्याशियों को एक रूपए भी संगठन से नहीं मिले। ऐसे में सब अपनी मनमर्जी कर रहे थे। भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने हर वार्ड में जाकर कार्यकर्ताओं की बैठकें ली, लेकिन उनको बड़े नेताओं का साथ नहीं मिला। संगठन महामंत्री का पद समाप्त करने का नुकसान भी भाजपा को उठाना पड़ा।