भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड केयर सेंटरों की नियमित निगरानी की व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि भोजन की गुणवत्ता, साफ-सफाई और औषधियों की उपलब्धता और समझाइश पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिए गठित कोर ग्रुप की बैठक को निवास से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ऑक्सीजन की उपलब्धता, रेमडेसिविर इंजेक्शन तथा अन्य मेडिकल सामग्री की आपूर्ति और परिवहन की स्थिति की जानकारी ली। पॉजिटिव रोगियों को मेडिकल किट वितरण, उनके होम आइसोलेशन की स्थिति और कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओं के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की गई।
प्रदेश में 9035 मरीज स्वस्थ हुए
बैठक में जानकारी दी गई कि कल 9035 व्यक्ति स्वस्थ होकर विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए। इसके साथ ही भोपाल और इंदौर में संक्रमण का आंकड़ा स्थिर हुआ है। पन्ना, कटनी, छतरपुर सहित उत्तरप्रदेश से लगे जिलों में पॉजिटिविटी रेट अधिक है।
ऑक्सीजन आपूर्ति की समीक्षा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ऑक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा कर जिलेवार आवश्यकतानुसार आपूर्ति के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर से जिस जिले के लिए ऑक्सीजन आवंटित की गई उसे समय रहते सुनिश्चित किया जाए। एयर प्रेशर यूनिटों की स्थापना के कार्य को गति देने के साथ जिलों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और छोटे सिलेंडरों की आपूर्ति की व्यवस्था पर भी ध्यान दिया जाए।
ऑक्सीजन टैंकरों की पॉइंट टू पॉइंट निगरानी
बैठक में जानकारी दी गई कि उत्पादन केन्द्र से ऑक्सीजन टैंकरों के चलने से लेकर संबंधित जिले तक ऑक्सीजन की नियमित आपूर्ति के लिए पॉइंट टू पॉइंट समीक्षा की जा रही है। होम आइसोलेशन अंतर्गत रोगियों के स्वास्थ्य की जानकारी भी नियमित रूप से ली जा रही है। प्रतिदिन 96% रोगियों के साथ संपर्क किया जा रहा है। पॉजिटिव रोगियों को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश के 52 जिलों में 137 कोविड सेंटरों में 7 हजार 437 बिस्तरों की क्षमता उपलब्ध हो गई है। इनमें से 2386 बिस्तर भरे हुए हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा कोविड केयर सेंटरों की स्थापना का कार्य निरंतर जारी है। इसके लिए आठ पैरामीटर निर्धारित कर उनकी नियमित समीक्षा कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही है।
ग्राम स्तर पर होगी आयसोलेशन व्यवस्था
ग्रामीण अंचल में मोबाइल एप द्वारा संक्रमण की स्थिति की निगरानी की व्यवस्था भी की जा रही है। समीक्षा बैठक में बताया गया कि प्रदेश में आ रहे सभी प्रवासी श्रमिकों और कुंभ यात्रियों के आइसोलेशन की व्यवस्था ग्राम स्तर पर की गई है।