अब देखते ही देखते उत्तरप्रदेश में भी संक्रमण की रफ़्तार धीमी होती जा रही है, अब प्रदेश में रिकवरी रेट 95.1 फीसदी के साथ पॉजीटिविटी रेट 1 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है। साथ ही प्रदेश में वैक्सीन टीकाकरण अभियान भी जोरो शोरो से जारी है, इस बीच हालही में यहां के एक चिकित्सा केंद्र में वैक्सीन टीकाकरण को लेकर एक बढ़ी लापरवाही सामने आई, यहां पर कुछ लोगों को पहली डोज कोविडशील्ड लगाई गई और दूसरी डोज कोवैक्सीन की लगा दी जिससे हड़कंप मच गया। इसे लेकर आज स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से डॉक्टर वीके पॉल ने कहा है कि दूसरी डोज़ में अगर अलग वैक्सीन लग जाए तो चिंता की बात नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने ने बताया है कि ‘यह आश्वस्त करने वाला है कि कोरोना की दूसरी लहर में गिरावट आई है, और यदि समय आने पर प्रतिबंध व्यवस्थित रूप से खोले जाते हैं तो यह आगे भी कायम रहेगा।
दूसरी लहर को लेकर कही ये बात-
डॉ पॉल ने कोरोना की इस विनाशकारी दूसरी लहर को लेकर कहा है कि – ‘दूसरी लहर भी अब घट रही है, इस बीच वैक्सीनेशन की दर बढ़ रही है,इसे और तेज करना होगा तथा जल्दी ही रफ्तार पकड़ेगी। साथ ही यूपी में हुए टीकाकरण की गलती को लेकर उन्होंने कहा है कि ‘हमारा प्रोटोकॉल स्पष्ट है कि दिए गए दोनों डोज एक ही वैक्सीन की होनी चाहिए, इस मामले की जांच होनी चाहिए, अगर ऐसा हुआ भी है तो यह चिंता का विषय नहीं होना चाहिए, दूसरी वैक्सीन लग भी जाए तो कोई दिक्कत नहीं है।
फ़ाइज़र कंपनी से चल रही चर्चा- डॉ पॉल
अमेरिका की वैक्सीन फ़ाइज़र को लेकर डॉक्टर पॉल ने बताया है कि -‘हम फाइजर के साथ जुड़े हुए हैं क्योंकि उन्होंने आने वाले महीनों में संभवतः जुलाई में वैक्सीन की एक निश्चित मात्रा की उपलब्धता का संकेत दिया है, उन्होंने सभी राष्ट्रों के प्रति दायित्व के पालन का अनुरोध किया है, हम उनके अनुरोध की पड़ताल कर रहे हैं,अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।