आज के युवाओं में जोश तो बहुत है लेकिन होश नहीं, इस होश के लिए बुजुर्गों के पास बैठे – जया किशोरी

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इंदौर। विख्यात प्रवचन कार जया किशोरी जी ने कहा है कि हमें यदि जिंदगी में कुछ अच्छा करना है तो उसके लिए अच्छी संगत का होना जरूरी है। आज के युवाओं में जोश बहुत है लेकिन होश के रूप में धैर्य की कमी है। यदि उन्हें पोस्ट चाहिए तो अपने घर के बुजुर्गों के साथ बैठना होगा।

वे श्री गीता रामेश्वरम परमार्थिक न्यास के द्वारा तिलक नगर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के विशाल मैदान में आयोजित नानी बाई रो मायरो कथा के दूसरे दिवस श्रद्धालु जनों को कथा का श्रवण करवा रही थी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल के द्वारा आयोजित की गई इस कथा में भाग लेने के लिए आ रहे श्रद्धालुओं की सुविधा की पूर्ण व्यवस्था की गई है। पूरे मैदान में नागरिकों को धूप से बचाने के लिए विशाल डोम बनाया गया है। पूरे डोम में बड़ी संख्या में कूलर लगाए गए हैं।

आज दूसरे दिवस की कथा का श्रवण कराते हुए उन्होंने कहा कि जब हम अच्छी संगत में रहते हैं तो हर काम अच्छे होते हैं। जबरदस्ती तो किसी भी चीज की नहीं है। आपकी जिंदगी है, आपकी आजादी है, यदि हम जबरदस्ती करेंगे भी तो कितने दिन कर लेंगे? घर के बुजुर्ग युवाओं को रास्ता दिखा सकते हैं। मानना है या नहीं मानना है यह उन पर निर्भर है। यदि घर में बच्चा गलती कर रहा है तो उसे समझा दो । बता दो लेकिन फिर भी यदि वह गलती करता है तो करने दो लेकिन उसके साथ खड़े रहो। यदि हमें अपनी जिंदगी में अच्छा करना है तो अच्छी संगत रखना होगी। भगवान ने सभी को बुद्धि दी हैं । इस बुद्धि का इस्तेमाल करो। भगवान रास्ता बताते हैं कि इस रास्ते में सुगमता है और इस रास्ते में खाई है। इसके बाद भी यदि कोई खाई वाले रास्ते पर जाता है तो उसे भगवान भी नहीं रोकते हैं।

उन्होंने कहा कि आज तो स्थिति यह है कि व्यक्ति खाए बगैर रह जाता है लेकिन बोले बगैर नहीं रह पाता है। जीवन में अहंकार को दूर करो तो समस्याओं का समाधान होना शुरू हो जाएगा। आज हर घर में सास और बहू के बीच में समस्याएं चलती हैं। ऐसे में यदि कोई एक चिल्ला रहा है तो दूसरा शांति रख लें, तो प्रेम बना रहता है। जब हम बहू को लाते हैं तो यह दावा करते हैं कि बेटी ला रहे हैं लेकिन बाद में क्या होता है ? सबको मालूम है। ऐसे में उस बहू को संभालना ससुराल वालों की जिम्मेदारी है।

आज की पीढ़ी के युवाओं की चर्चा करते हुए जया किशोरी जी ने कहा कि युवाओं में जोश तो खूब है लेकिन होश के रूप में धैर्य नहीं है। यह होश तब आएगा जब आप अपने घर के बुजुर्गों के साथ बैठेंगे और बात करेंगे। इस युग में हम लोग मशीन के साथ इतना ज्यादा रहते हैं कि हमें हर चीज तुरंत चाहिए। रिश्ते में भी हर काम तुरंत वाला हो गया है। बुजुर्गों के पास बैठने पर जो ज्ञान मिलेगा उसमें हो सकता है कि 9 बातें बिना काम की हो लेकिन एक बात ही ऐसी काम की होगी कि वह जिंदगी बदल देगी।

आज की कथा के दौरान उनके द्वारा कथा के विभिन्न प्रसंगों का श्रद्धालुओं को श्रवण कराया गया। आज नरसी जी के नाम मायरा के लिए कार्ड भेजने और मायरे के रूप में क्या सामग्री चाहिए उसकी सूची देने का काम हो गया है। नरसी जी की लाज रखने के लिए भगवान क्या-क्या करते हैं, उसका भी ब्यौरा आज की कथा में दिया गया।

आज कथा के प्रारंभ में व्यास पीठ का पूजन और आरती विधायक महेंद्र हार्डिया, इंदौर नगर निगम के एम आई सी के सदस्य राजेश उदावत, नगर निगम के पूर्व सभापति अजय सिंह नरूका, विनोद सत्यनारायण पटेल, चेतन चौधरी, राहुल पटेल, सौरभ पटेल, जगदीश जोशी, मिथिलेश जोशी, प्रितेष राज, मनोज पाटीदार, अंकित दुबे और सागर भुरिया ने किया। इस आयोजन में भाग लेने के लिए विश्वविख्यात भजन गायक रवि राज नाथेरी भी मुंबई से यहां पहुंचे।

आज कथा का अंतिम दिवस

श्री गीता रामेश्वरम परमार्थिक न्यास के प्रवक्ता मदन परमालिया ने बताया कि कल रविवार को इस तीन दिवसीय कथा का अंतिम दिवस है। तिलक नगर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के मैदान पर यह कथा दोपहर के 3:00 बजे शुरू होगी। इस कथा के पश्चात श्रद्धालु जनों के लिए प्रसादी का भी आयोजन किया गया है।