इंदौर। शहर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या काफी बढ़ी हैं। इसमें कई स्टूडेंट्स बाहर से आकर शहर में पढ़ाई करते हैं। इन स्टूडेंट्स को तैयारी के दौरान सेल्फ स्टडी से जुड़ी कई समस्या होती हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए शहर में स्वाध्याय लाइब्रेरी की शुरुआत मोहित गुप्ता ने की. इस लाइब्रेरी की कई खूबियां हैं जो इसे अन्य लाइब्रेरी से अलग बनाती हैं। वहीं घंटों तक पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए इस लाइब्रेरी में स्नैप रूम भी तैयार किया गया हैं। जिसमें स्टूडेंट्स कुछ घंटो तक बीच बीच में झपकी लेकर पढ़ाई कर सकते हैं।
सवाल. स्वाध्याय लाइब्रेरी की शुरुआत कैसे हुई, किस तरह की सुविधाएं दी जाती हैं।
जवाब. मैने स्वाध्याय लाइब्रेरी की शुरुआत 2019 में की थी। एक ब्रांच से शुरू हुई इस लाइब्रेरी की आज पूरे शहर में 6 ब्रांच हैं। जिसमें शहर के गीता भवन, पलासिया, भंवर कुआ, टावर स्क्वेयर, मानस भवन, और एलआईजी पर स्थित है। लाइब्रेरी की खास बात यह हैं कि यहां स्टूडेंट्स को बीच में ब्रेक लेकर सोने तक की व्यवस्था हैं। जिसके लिए नैप रूम तैयार किया गया हैं. यूपीएससी और अन्य एग्जाम के लिए बच्चें 18 घंटे तक पढ़ाई करते हैं। वह सतत 8 घंटे सोने के बजाय बीच बीच में 2 घंटे के लिए सोते हैं, ताकि पढ़ाई अच्छे ढंग से हो सके, इसी को ध्यान में रखकर यह सुविधा दी जाती हे। जिसमें बिन बैग, सोफा, और नॉर्मल बेड फैसिलिटी है।वहीं स्टूडेंट्स के लिए वॉशरूम और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। जल्द ही लाइब्रेरी में किताबें और रिफ्रेशमेंट ड्रिंक जैसी सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
सवाल.लाइब्रेरी शुरू करने का विचार कैसे आया
जवाब.मैने ग्रेजुएशन में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। में अनएकेडमी में एजुकेटर भी रह चुका हुं. कुछ समय बाद जब मैने यूपीएससी की तैयारी शुरू की तो मुझे सेल्फ स्टडी से लेकर कई तरह की समस्या सामने आई, इसलिए मैने 2019 में मध्य प्रदेश में पहली बार सेल्फ स्टडी की यह प्राइवेट लाइब्रेरी शुरू की। मैने पढाई के दौरान स्नैप और सीटिंग अरेंजमेंट से होने वाली समस्या पर काफी फोकस किया ताकि इसका असर स्टडी पर ना पढ़े। ज्यादातर लाइब्रेरी फेस्टिवल पर बंद रहती हैं, लेकिन स्वाध्याय लाइब्रेरी हमेशा चालू रहती हैं। कई स्टूडेंट्स होते हैं जो फेस्टिवल पर घर नहीं जा पाते हैं, हम सब एक परिवार की तरह फेस्टिवल को एंजॉय करते हैं।
सवाल. लाइब्रेरी में कितने स्टुडेंट्स हैं
जवाब.स्वाध्याय लाइब्रेरी में वर्तमान में लगभग 4 हज़ार स्टूडेंट्स हैं। जो रोजाना वहां आकर पढ़ाई करते हैं। इसमें से 24 घंटे पढ़ाई करने वाले लगभग 2 हजार स्टूडेंट्स हैं।इसमें यूपीएससी, पीएससी, एसएससी, बैंकिंग, सीए और अन्य एग्जाम की तैयारी करने वाले बच्चें आते हैं। इसमें एनरोलमेंट की फीस 600 से 2400 रुपए तक हैं। इन स्टुडेंट्स को मोटिवेट करने के लिए काउंसलर भी लाइब्रेरी में आते हैं।
सवाल. क्या चेयर और अन्य फैसिलिटी दूसरी लाइब्रेरी से अलग है
जवाब.शहर में कई लाइब्रेरी की सुविधा हैं लेकिन सेल्फ स्टडी के लिए हमारी लाइब्रेरी सबसे अलग हैं। लाइब्रेरी में लगाई गई चेयर काफी कंफर्टेबल है जो की ऑर्थोपेडिक सर्जन के हिसाब से डिजाइन की गई हैं। जिसमें घंटो बैठकर पढ़ाई करने पर स्टूडेंट्स को बैक पैन और अन्य समस्या नहीं होती हैं, यह काफी आरामदायक हैं। वहीं स्टूडेंट्स के लिए पार्टीशन डिवाइड किया गया हैं, जिससे उन्हें डिस्टर्बेंस नहीं होता हैं। गर्मी का ध्यान रखते हुए लाइब्रेरी में एयर कंडीशनर लगाए गए हैं। वहीं साफ और स्वस्थ पानी की व्यवस्था भी की जाती हैं। वहीं स्टूडेंट्स को मैगजीन और न्यूज पेपर भी प्रोवाइड करवाएं जाते हैं।