शिव भक्तों का इंतजार हुआ खत्म, सोमवार को निकलेगी बाबा महाकाल की पहली सवारी, ऐसी रहेगी व्यवस्था

Deepak Meena
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उज्जैन। सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है सावन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ के दरबार में नतमस्तक होने के लिए पहुंचते हैं और यदि बात उज्जैन के महाकाल की हो तो फिर बात ही अलग हो जाती है, जहां हमेशा हजारों की संख्या में भक्त बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए आते हैं ऐसे में इस बार सावन में निकलने वाली यात्रा अहम मानी जा रही है। उज्जैन में स्थित बाबा महाकाल के दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। बाबा महाकाल की हर साल श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली सवारी को लेकर अब तैयारी जोरों शोरों से चल रही है। बाबा महाकाल भ्रमण पर निकलेंगे और अपने भक्तों को दर्शन देकर उनका उद्धार करेंगे। बता दें कि बाबा महाकाल की पहली सवारी 10 जुलाई 2023 को निकलेगी।

बाबा महाकाल की सवारी को देखने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी ना आए इसको लेकर प्रशासन ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। सवारियों की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने को लेकर प्रशासन सक्रिय हो गया है। महाकाल की प्रथम सवारी निकलने में अब सिर्फ चार दिन शेष बचे हैं। बुधवार को अधिकारियों की टीम निरीक्षण पर निकली। उन्होंने रामघाट पर जहां पालकी का पूजन होता है, उस क्षेत्र का भी निरीक्षण किया।

बता दें कि हर साल श्रावण-भादौ मास में भगवान महाकाल अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए भ्रमण पर निकलते हैं। इस साल भी भगवान महाकाल के निकलने वाली सवारी और नाग पंचमी को लेकर दर्शन व्यवस्था की तैयारी शुरू कर दी गई है। उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी सचिन शर्मा ने दर्शन व्यवस्था की समीक्षा हेतु बैठक आयोजित की गई। इस बैठक के दौरान कलेक्टर ने सभी पुलिस आला अधिकारियों और नगर निगम को व्यवस्था बनाएं रखने को लेकर निर्देशित किया है।

वही यहां पर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी ना आए इस को लेकर भी चर्चा की गई है। बता दें कि 4 जुलाई 2023 से श्रावण-भादौ मास शुरू हो गया है, जोकि 11 सितंबर 2023 तक चलेगा बाबा महाकाल की पहली सवारी 10 जुलाई को निकाली जाएगी। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम समीक्षा बैठक करते हुए महाकाल लोक में 8 से 10 बड़ी स्क्रीन लगाने को लेकर निर्देश दिए हैं। वही इस सवारी में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े।