“पंचकृति फाइव एलिमेंट्स” की स्टारकास्ट ने इंदौर में किया फिल्म का प्रमोशन

RitikRajput
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हाईलाइट पॉइंट्स –

फ़िल्म पंचकृति – फाइव एलिमेंट्स के लिए बृजेंद काला निर्माता-निर्देशक संजय भार्गव, निर्मात्री -लेखिका हरिप्रिया भार्गव पहुँचे इंदौर

दर्शक थ्रियेटर में फ़िल्म देखते हुए जीतेंगे स्मार्ट टी वी, होम थिएटर, साइकल जैसे उपहार

“Panchkriti Five Elements” Promotion In Indore : कन्या भ्रूण हत्या , महिला सशक्तिकरण, अंधविश्वास उन्मूलन और पर आधारित फ़िल्म ‘पंच कृति फ़ाइव एलिमेंट्स’  अगले सप्ताह सिनेमगृहो में रिलिज़ होने जा रही हैं ।  ट्रेलर रिलीज के बाद से ही मीडिया में सुर्खियां बटोर रही हैं ट्रेलर में फ़िल्म के संवाद और कांसेप्ट को इंटरनेट पर दर्शकों की भारी प्रतिक्रिया मिल रही रही हैं फ़िल्म के प्रमोशन के लिए स्टार कास्ट बृजेंद काला  निर्माता निर्देशक संजय भार्गव, निर्मात्री -लेखिका हरिप्रिया भार्गव  इंदौर शहर पहुँचे । इंदौर शहर के इस दौरे पर सरोवर पोर्टिको होटेल में मीडिया  को सम्बोधित  करने के साथ ही  कॉलेज ऑफ़ डेंटल साइंस एंड हॉस्पिटल में स्टूडेंट्स के साथ फिल्म का प्रमोशन किया और शाम को सर्राफा  बाजार और छप्पन भोग दूकान में इंदौर के विश्व प्रसिद्ध ज़ायक़े का लुफ़्त भी उठाया ।

भारत के गाँव और छोटे शहरों को कहानियों पर कई फिल्में बनी हैं। लेकिन इनमें से कुछ ही फिल्में ऐसी हैं जिन्होंने ग्रामीण भारत को सही तरीके से दर्शाया है। ‘पंचकृति – फाइव एलिमेंट्स’,  बुंदेलखंड के चंदेरी शहर में स्थित पांच कहानियों पर आधारित है  फिल्म की खासियत यह भी है कि यह किसी सेट पर नहीं बुंदेलखंड के विभिन्न हिस्सों में फिल्मायी गयी है। फ़िल्म में प्रमुख किरदारों में बृजेंद्र काला, उमेश बाजपेई , सागर वाही , पुरवा पराग , मानी सोनी और रवि चौहान प्रमुख भूमिकाओं में नजर आयंगे । यह फ़िल्म कई गंभीर सामाजिक मुद्दों की बात करती हैं महिला सशक्तिकरण, स्वच्छता, अंधविश्वास भूत प्रेत, कन्या भ्रूण हत्या जैसी बुराइयों को ट्रेलर में हाइलाइट किया गया।

अभिनेता बृजेंद काला ने कहा कि “इंदौर हमेशा मेरे लिए ख़ास रहा हैं पंचकृति – फाइव एलिमेंट्स की पाँच अलग अलग ख़ूबसूरत कहानिया में से मैं  खोपड़ी में एक पंडित की भूमिका निभा रहा हूँ यह बहुत दिलचस्प किरदार हैं । फ़िल्म बहुत ही मनोरंजक तरीक़े से अहम सामजिक संदेश भी देती हैं।

फ़िल्म की लेखिका और निर्मात्री हरिप्रिया भार्गव बताती हैं, “फिल्म की पांच अलग – अलग कहानियां से दर्शक चंदेरी के विभिन्न रूपों से रूबरू हो पाएंगे । हमारी फिल्म ग्रामीण भारत के अलग – अलग पहलुओं को उजागर करती है।  इस छोटे से शहर में बहुत सारी अनोखी चीज़ें हैं।  जो एक बार चंदेरी आता है वह कभी इसे भूल नहीं पाता। हमें विश्वास है कि हम फ़िल्म के माध्यम से कई सामाजिक विषय को मनोरंजन के साथ ही मज़बूती के साथ दर्शकों के बीच में रखेगी।

निर्देशक संजोय भार्गव ने कहा कि, “इस फ़िल्म की शूटिंग रियल लोकेशंस पर हुई हैं फ़िल्म की लोकेशन फ़िल्म की कहानी के पर्दे पर प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत करती हैं सेट पर बनी फिल्में कभी सच्ची या ‘रीयल’ नहीं लगतीं। आप जितनी भी कोशिश कर लें पर एक असल जगह को आप सेट पर रीक्रिएट नहीं कर सकते।  जब दर्शक किसी शहर या गाँव को एक फिल्म में देखें, तो उन्हें लगना चाहिए की वे खुद वहाँ पहुँच गए हैं। उस जगह की खुशबू लोगों तक पहुंचनी चाहिए।  गाँव शहरों से कहीं ज़्यादा खूबसूरत होते हैं। जो सुकून ग्रामीण भारत में मिलता है वह और कहीं नहीं मिलता। ” चंदेरी एक छोटा सा शहर है जो हमेशा से अपने ऐतिहासिक स्तम्भों के लिए जाना गया है। भव्य जैन मंदिरों के अलावा चंदेरी अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। फिल्म में दर्शायी गयी पाँचों कहानियां चंदेरी कस्बे में फिल्मायी गयी हैं।

उबन विज़न प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले निर्मित फ़िल्म  ‘पंचकृति – फाइव एलिमेंट्स’ एक महिला प्रधान फिल्म है जो महिलाओं से जुडी कई समस्याओं को उजागर करती है। फ़िल्म मैं दिखाया गया है कि ग्रामीण भारत के लोग कैसे उन समस्याओं का सामना करते हैं और उनका समाधान निकलते हैं। यह फ़िल्म भारत के कई महत्वपूर्ण अभियान जैसे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ और ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के बारे में भी जागरुकता पैदा करती है। सिनेमघरों में फ़िल्म देखने जाने वाले दर्शकों को हर शो में लकी ड्रॉ में हिस्सा ले कर स्मार्ट टी वी, स्मार्टफोन, साइकल और होम थिएटर सिस्टम जैसे आकर्षक उपहार जीतने का मौका मिलेगा। फ़िल्म 25 अगस्त को सिनेमा गृहों में रिलीज होगी।