दिव्यांग बच्ची के गर्भवती होने से खुला संसथान का राज़, केस दर्ज कराने के लिए माँ होती रही परेशान

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MP crime news: इंदौर में फिर से एक बच्ची के साथ शर्मनाक हरकत का मामला सामने आया है जिसने देश के स्वच्छ शहर पर दाग लगा दिया है शहर में एक दिव्यांग नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार की घटना सामने आई है. यह मामला तब उजागर हुआ जब मेडिकल जांच में पीड़ित छह महीने की गर्भवती निकली. इसके बाद बच्ची के परिजनों के घंटों पुलिस के चक्कर लगाने के बाद विजय नगर पुलिस ने केस दर्ज किया. पुलिस ने संस्था का रिकॉर्ड जब्त कर लिया है. पुलिस साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट के जरिए बच्ची से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसके साथ बलात्कार किसने किया है.

कहा रह रही थी बच्ची

यह बच्ची विजय नगर थाना क्षेत्र के स्कीम नंबर 74 में स्थित अनुभूति विजन सेवा संस्थान में पिछले छह साल से रह रही है. यह बच्ची न बोल सकती है और न सुन सकती है. बच्ची को चलने-फिरने में भी परेशानी आती है. दिव्यांग बच्ची के पिता की बाईपास सर्जरी हुई है. उसकी मां सब्जी का ठेला लगाकर अपना घर परिवार चलाती है. बच्ची की घर में देख-रेख नहीं सकती. इस वजह से उसका एडमिशन संस्थान में करवाया था.

पीड़ित बच्ची की मां के अनुसार छह माह पहले बच्ची की हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी. उस समय संस्थान ने फोन लगाया. उस समय उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तबीयत ठीक होने के बाद फिर से संस्थान में भेज दिया गया था. लेकिन 6 माह बीतने के बाद उसका पेट दिखने लगा तो संस्थान वालों ने हमें फोन लगाकर उसे सौंप दिया और फिर से संस्थान लाने के लिए मना कर दिया. जब उसे डॉक्टर के पास लेकर गए तब उसके गर्भवती होने की सूचना मिली. इसकी शिकायत लेकर विजय नगर थाने पहुंचे. वहां से उन्हें यह कहकर लसुड़िया थाने भेज दिया गया कि यह हमारे कार्य क्षेत्र में नहीं आता है. इसके बाद दिव्यांग बच्ची को लेकर परिजन लसुड़िया थाने गए. वहां से उन्हें फिर विजय नगर थाने भेज दिया गया. वहां कई घंटे थानों के चक्कर लगाने के बाद शिकायत दर्ज की गई.

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वही अनुभूति विजन सेवा संस्थान की संचालिका चंचल सलारिया ने इस पूरे मामले पर से अपना पल्ला झाड़ लिया है उनका कहना है की बच्ची पिछले छह साल से उनकी संस्था में है. बच्ची की उम्र 22-23 साल है. उसे फिट आता है. हमने उसे उसकी मां को सुपुर्द कर दिया था. इलाज कराने के लिए दोबारा बच्ची नवम्बर 2022 में आई. इसके तीन महीने बाद संस्थान की अटेंडर को शक हुआ तो बच्ची को उसकी मां को सौंप दिया गया. मेडिकल जांच में पता चला कि वह गर्भवती है.

ये घिनौना काम किसने किया इसकी जानकारी नहीं लग पाई है. बच्ची से जानकारी लेने के लिए साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट मोनिका पुरोहित को भी थाने पर बुलाया गया. उन्होंने बताया कि दोपहर से लगातार थाना और संस्थान आने-जाने और पूछताछ से बच्चे की हालत काफी खराब हो गई है. इसलिए वह फिलहाल कुछ भी बताने में असमर्थ है. उससे आगे पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश किं जाएगी कि उसके साथ बलात्कार किसने किया है.

पुलिस ने ये कहा है

विजय नगर थाना प्रभारी रविंद्र गुर्जर ने बताया की दिव्यांग नाबालिग बच्ची को उसके परिजन लेकर आए हैं. बच्ची गर्भवती है. परिजनों ने अनुभूति विजन सेवा संस्थान पर ही आरोप लगाया है कि वहां रहने के दौरान ही बच्ची से बलात्कार किया गया. इसी वजह से वह गर्भवती हुई है. पुलिस ने संस्थान जाकर पूछताछ की है. संस्थान के रिकार्ड भी जांच के लिए लाई है. उनकी जांच की जा रही है. परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और दुष्कर्म की धाराओं में केस दर्ज किया गया है.

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