केंद्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कहा कि वह क्षेत्र की समग्र प्रगति के लिए एक सूत्रधार की भूमिका निभाएंगे। सभी राज्यों के अधिकारी को लेकर एक समीक्षा बैठक में उपस्थित होंगे और वह पूर्वोत्तर में राज्य और अन्य राज्य सरकारों के लिए नीतियों और परियोजनाओं पर विचार करेंगे।
सिंधिया ने असम के गुवाहाटी पहुंचने के बाद कहा कि, “यह डोनर मंत्री के रूप में मेरी पहली यात्रा है। हालांकि, इस क्षेत्र के साथ मेरे बहुत मजबूत और पुराने संबंध हैं। मेरा संकल्प है कि हमारे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘पूर्वोदय’ का दृष्टिकोण भारत की प्रगति का प्रवेशद्वार बने।” उन्होने कहा, हमारी लुक ईस्ट पॉलिसी अब एक्ट ईस्ट पॉलिसी बन गई है और पूर्वोत्तर इस नीति में आगे चलकर एक सूत्रधार की भूमिका निभाएगा। मेरी भूमिका एक सूत्रधार की होगी। प्रत्येक राज्य की आकांक्षाओं को वास्तविकता में बदलना। जिसे लेकर मंत्री ने कहा कि वह नीतियों और परियोजनाओं के लिए सरकार से विचार करने के लिए अपील कि है। उन्होंने आगे कहा कि पूर्वोत्तर संस्कृति और संस्कार हमारी सांस्कृतिक प्रकृति से भरा एक भंडार है और इस भंडार को देश दुनिया के सामने उजागर करना हैं।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि पिछले 10 वर्षों में इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए पीएम मोदी के दृष्टिकोण को वास्तविकता में कैसे बदला है। जिसमें पूर्वोत्तर के लिए ₹22,000 करोड़ से लेकर ₹82,000 करोड़ तक की भारी वृद्धि की गई है। पिछले महीने कार्यभार संभालने के बाद से पहली बार क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर आए है। इस दौरे के बाद से केंद्रीय मंत्री मेघालय की राजधानी शिलांग जाएंगे, जहां वह शुक्रवार को पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय, पूर्वोत्तर परिषद और क्षेत्र के सभी राज्यों के सरकारी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे।