लोगों की कहानियों को प्लेटफार्म देने के मकसद से शुरू हुए क्रिएट स्टोरीज सोशल वेलफेयर सोसाइटी एनजीओ का सफर है निरंतर जारी, समाज के विभिन्न क्षेत्रों में दे रहे योगदान, दीपक शर्मा

Deepak Meena
Published on:

इंदौर. मेरा शुरू से ही शहर में कुछ बेहतर करने का लक्ष्य रहा है। पढ़ाई और जॉब के दौरान हमने एक छोटा ग्रुप बनाया जिसमें हम स्टोरी टेलिंग, पोएट्री राइटिंग और अन्य एक्टिविटी करते थे। फिर मेरे मन में विचार आया की हर किसी की कुछ ना कुछ कहानी होती है जो बाहर नहीं आ पाती है ऐसे लोगों को अपने मन के भावों को व्यक्त करने के लिए प्लेटफार्म देने के मकसद से फिर मैंने अपने साथियों के साथ मिलकर 2016 में क्रिएट स्टोरीज सोशल वेलफेयर सोसाइटी के नाम से अपने एनजीओ की स्थापना की यह बात एनजीओ संस्थापक दीपक शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि अभी वर्तमान में मैं प्रेसिडेंट के रूप में अपनी सेवाएं दे रहा हूं इसी के साथ फिट इंडिया एंबेसेडर आरती माहेश्वरी(वाइस प्रेसिडेंट), डॉ. प्रीति शुक्ला सेक्रेट्री, ब्यूटी एजुकेटर सीमा सोनी (ज्वाइंट सेक्रेटरी) क्रिएट स्टोरीज सोशल वेलफेयर सोसायटी में अपनी सेवाएं दे रहे है।महज 6 लोगों से शुरू हुए इस ग्रुप में आज शहर के कई समाजसेवी डायरेक्टली ओर इनडायरेक्टली रूप से जुड़े हुए हैं।

सवाल. संस्था द्वारा किस प्रकार के प्रोग्राम चलाए जाते हैं

जवाब. पिछले 5 सालों से हमारे द्वारा एक आर्ट एग्जीबिशन कला के रंग का आयोजन किया जा रहा है। हमारे द्वारा 20 से ज्यादा आर्ट एग्जीबिशन लगाई गई है जिसमें हजारों लोगों ने अपनी कलाकृतियां भेजी है। कला को प्रोत्साहित करने के लिए हमारे द्वारा वर्कशॉप का आयोजन भी करवाया जाता है। संस्था द्वारा मेंटल हेल्थ अवेयरनेस प्रोग्राम, संस्था द्वारा लड़कियों को बेहतर रोजगार देने के मकसद से ब्यूटीशियन के कोर्स, पोषण से संबंधित प्रोग्राम, फिजिकल अवेयरनेस के लिए शहर के प्रतिष्ठित डॉक्टर को बुलाकर सेमिनार का आयोजन करवाया जाता है। हमारे इस ग्रुप से शहर के कई कॉलेज और स्कूल जुड़े हुए हैं जो हमें इस प्रकार के आयोजन करने में मदद करते हैं।

सवाल. आने वाले समय में आप एनजीओ के माध्यम से क्या कुछ नया करने वाले हैं

जवाब. आने वाले समय में हम इंदौर में हर क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए कई कंपनी से टाइप करने के लिए प्रयासरत हैं जिससे कंपनी के सीएसआर फंडिंग की मदद से हमें समाज सेवा में बहुत ज्यादा मदद मिलेगी। इससे हम स्लम एरिया में बच्चों को बेहतर एजुकेशन के लिए वहां पर कार्य करेंगे और बच्चों को बेहतर शिक्षा देंगे। हमारे बेहतर कार्य को देखते हुए कला के रंग एग्जीबिशन के लिए मुझे संस्कृति मंत्रालय से अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है इसी के साथ संस्था को फिटनेस अवेयरनेस के लिए नेहरू युवा केंद्र से अवार्ड दिया गया है इसी के साथ बेहतर कार्य के लिए अन्य अवॉर्ड भी हासिल हुए है।

सवाल. शिक्षा के क्षेत्र में संस्था द्वारा क्या किया जाता है

जवाब. संस्था द्वारा जोयफुल बैग्स खुशियों का बस्ता नामक एक इनिशिएटिव चलाया जाता है जिसमें शहर के कई इलाकों बच्चों के काम नहीं आने वाले बैग को उनसे एकत्रित कर उनमें पेन, पेंसिल, बुक्स और अन्य सामग्री रखकर स्लम एरिया में बांटे जाते हैं। 2017 से शुरू हुए इस इनीशिएटिव में हमने अभी तक 5 हजार से ज्यादा बस्ते और अन्य सामग्री वितरित कर दिए हैं। उसी के साथ वर्तमान समय में मानसिक तनाव के चलते बच्चे बहुत जल्दी गिव अप कर देते हैं इसी को ध्यान में रखते हुए हम बच्चों को ऐसे लोगो से मिलवाते हैं जिन्होंने स्ट्रगल के बाद अचीवमेंट हासिल की है।

सवाल. आपने अपनी पढ़ाई किस क्षेत्र में और कहां से पूरी की है

जवाब. मेरी स्कूलिंग विद्यासागर स्कूल इंदौर से ही हुई है मैंने बीकॉम की पढ़ाई डीएवीवी से पूरी की इसके बाद मैंने प्रेस्टीज कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई पूरी की है। पढ़ाई पूरी होने के बाद मैंने एक मल्टीनैशनल कंपनी में काम किया और फिर अपने लक्ष्य और समाज में बेहतर कार्य करने के मकसद से नौकरी को छोड़कर अपने एनजीओ के लिए कार्य करना शुरू किया।