इंदौर। पूरा साल ठंडा बीतने के बाद मई के महीने में गर्मी ने अचानक अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिए। तेज गर्मी की वजह से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल होता नजर आ रहा है। वहीं इस गर्मी ने पूरे साल से सुस्त पड़े बर्फ के कारोबार को फिर रोशन कर दिया है। शहर में पिछले सप्ताह के मुकाबले कई गुना बर्फ की डिमांड बढ़ गई है। शहर में हजारों की संख्या में 50 किलो की सिल्लियां तैयार कर बेची जा रही हैं।
स्थानीय दुकानदार के अनुसार बर्फ की डिमांड में इस सप्ताह अचानक तेजी आई है। पिछले माह के मुकाबले इस इस महीने में अचानक इसकी तेजी से यह कारोबार चल उठा है। पिछले एक सप्ताह में इसकी डिमांड में 4 गुना तेजी देखने को मिल रही है।वही शादी ब्याह के चलते भी इन बर्फ की सिल्लियों का इस्तेमाल और डिमांड बड़ी है। लोग बड़ी मात्रा में इसकी डिमांड करते नजर आ रहा है। इसी के साथ शहर के भोजनालय, होटल, ज्यूस सेंटर, कोल्ड्रिंक और अन्य जगहों पर इसकी डिमांड में तेजी देखने को मिल रही है।
आमतौर पर शहर में कई फैक्ट्री है जो बर्फ तैयार करने का कार्य करती हैं। ऐसे में खाने के लिए बनाया जाने वाला यह बर्फ कितना शुद्ध है इस बात का अंदाजा लगा पाना थोड़ा मुश्किल है। नियम के अनुसार खाने वाला बर्फ सफेद होता है वहीं उपयोग में आने वाला बर्फ नीला पाया जाता है। कई बार संबंधित विभाग द्वारा कार्यवाही करने पर इसमें दूषित पानी की मात्रा भी पाई जाती है। इस बार बर्फ की होड़ में फैक्ट्री कितने प्रतिशत शुद्ध खाने योग्य बर्फ तैयार कर रही है इस बात के लिए विभाग द्वारा सैंपल लेने के बाद पता चलता है। कई बार जल के शुद्ध नहीं होने पर इससे कई बीमारियां होने का खतरा बना रहता है।
शहर के बर्फ विक्रेता बताते है कि इंदौर से बर्फ की सिल्लियां सांवेर, महू, राऊ, देपालपुर, आगर, शिप्रा और अन्य जगह डिमांड के आधार पर भेजी जाती है। अभी पिछले सप्ताह से बड़ी डिमांड के चलते इस कारोबार में काफी तेजी देखने को मिल रही है इस वजह से ऑर्डर में भी काफी ज्यादा इजाफा हुआ है।