उज्जैन 24 अक्टूबर। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने आज शनिवार 24 अक्टूबर को बृहस्पति भवन में प्रात: प्रेस से चर्चा के दौरान जानकारी दी कि प्रदेश के छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए कोरोना के संकटकाल में जो छात्र प्रवेश नहीं ले पाये थे, उनके लिए उच्च शिक्षा विभाग के स्नातक और स्नातकोत्तर प्रवेश हेतु ई-प्रवेश प्रक्रिया का चौथा चरण 30 अक्टूबर से 10 नवंबर तक संचालित होगा। साथ ही बीएड के पाठ्यक्रम के लिए 23 अक्टूबर से 10 नवंबर तक प्रवेश प्रक्रिया सम्पन्न होगी।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने प्रेस से चर्चा के दौरान कहा कि प्रदेश के विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षा का लाभ प्राप्त हो, इसके लिये निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। कोरोनाकाल में अनेक महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के प्रवेश में होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिये तृतीय चरण के बाद चतुर्थ चरण में विद्यार्थियों को प्रवेश के लिये पुन: लिंक 30 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक एवं बीएड के पाठ्यक्रम के लिये चॉईस फिलिंग 23 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक प्रक्रिया सम्पादित होगी। उक्त तिथियों में छूटे हुए विद्यार्थी प्रवेश ले सकेंगे। डॉ.यादव ने कहा कि कोविड-19 गाईड लाइन के अन्तर्गत शैक्षणिक वातावरण निर्मित करने, नवीन भवनों में कार्य पूर्ण कराने और नवीन बने महाविद्यालयों में आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति कराकर कक्षाएं लगाने के लिये प्रयत्नशील हैं। उन्होंने प्रेस से चर्चा के दौरान कहा कि उज्जैन में विधि महाविद्यालय के लोकार्पण के बाद एलएलबी और एलएलएम की अतिरिक्त सीटें बढ़ाई गई हैं। शहर के महाविद्यालयों में नवीन विषयों को खोला गया है, जिसका लाभ विद्यार्थियों को मिल सकेगा। शासकीय कन्या महाविद्यालय उज्जैन में एमएससी गणित, कम्प्यूटर साइंस, माइक्रो बायोलॉजी, बायो टेक्नालॉजी, प्राणीशास्त्र एवं रसायनशास्त्र की स्वीकृति प्रदान की गई है। शासकीय कन्या महाविद्यालय में वनस्पतिशास्त्र एवं योगा पाठ्यक्रम में स्नातकोत्तर खोला जा रहा है। इसी तरह शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय में कम्प्यूटर विज्ञान, सांख्यिकी, भौतिकशास्त्र, कम्प्यूटर विज्ञान में स्नातकोत्तर एवं भौतिक, रसायन विषयों में ऑनर्स एवं मत्स्य विज्ञान में स्नातक पाठ्यक्रम खोलने की भी स्वीकृति प्रदान की गई है।
इसी तरह संस्कृत महाविद्यालय में ज्योतिष के आचार्य एवं कला संकाय प्रारम्भ करने की भी योजना है। उज्जैन के माधव महाविद्यालय और शासकीय कन्या महाविद्यालय में चित्रकला में बीए एवं एमए की डिग्री के पाठ्यक्रम हैं। इस विषय में प्रोफेशनल कोर्स के रूप में भारत में मान्यता प्राप्त नहीं होती है, इसके स्थान पर चित्रकला, प्रयुक्तकला, मूर्तिकला, वस्त्र निर्माण कला को शामिल करते हुए बेचलर ऑफ विजुअल आर्ट और मास्टर ऑफ विजुअल आर्ट प्रोफेशनल डिग्री विद्यार्थियों को मिल सके, इसकी मान्यता के लिये प्रस्ताव है। इसी तरह एक नवीन ललित कला संकाय संस्कृत महाविद्यालय में खोलने की योजना भी प्रस्तावित है। विषय इसी वर्ष प्रारम्भ हो, यह प्रयास किया जा रहा है। संकाय के अन्तर्गत छात्र वेब डिजाईनिंग, ग्राफिक आर्ट, स्वतंत्र चित्रकला, कमर्शियल फोटोग्राफी की डिग्री प्राप्त कर सकेंगे। इस दौरान सांसद अनिल फिरोजिया, विवेक जोशी, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार उपस्थित थे।