26 मई की शाम को पूरब में आसमान में पूर्ण चंद्रग्रहण के बाद चंद्रमा का एक दुर्लभ नजारा दिखने वाला है। पूर्ण चंद्रग्रहण के बाद चांद विशाल और सुर्ख यानी सुपर ब्लड मून की तरह दिखाई देगा। एम पी बिरला तारामंडल के निदेशक एवं प्रख्यात खगोल वैज्ञानिक देबीप्रसाद दुआरी ने बुधवार को बताया कि कोलकाता में आखिरी पूर्ण चंद्रग्रहण 10 साल पहले, 10 दिसंबर 2011 को दिखा था। आपको बता दे, वर्ष 2021 में कुल 2 चंद्र ग्रहण घटित होने वाले हैं। पहला पूर्ण चंद्रग्रहण 26 मई 2021 को होगा, जबकि दूसरा चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को दिखाई देगा।
दरअसल, 26 मई, 2021 को पड़ने वाला वर्ष का पहला चंद्रग्रहण भारत में महज एक उपच्छाया ग्रहण होगा। बताया गया है कि उपच्छाया ग्रहण को शास्त्रों में ग्रहण नहीं माना गया है। लेकिन उपच्छाया ग्रहण भारत में जिस समय दिख रहा है। उस समय देश पहले से ही कोरोना से बहुत बुरी तरह ग्रस्त है। ऐसे में कई विद्वानों के अनुसार इस पहले चंद्रग्रहण को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
कब लगेगा: बुधवार, 26 मई 2021
चंद्र ग्रहण का समय : 14:17 बजे से 19:19 बजे तक
ग्रह-नक्षत्र की स्थिति : विक्रम संवत 2078, वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि, वृश्चिक राशि, अनुराधा नक्षत्र
ग्रहण का प्रकार : पूर्ण चंद्र ग्रहण
कहां दिखेगा क्षेत्र : पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और अमेरिका
सूतक काल : भारत में ये उपछाया चंद्र ग्रहण के तौर पर दिखेगा, इसलिए इस दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा।
चंद्रग्रहण के दौरान भोजन बनाना और खाना, दोनों वर्जित होता है। ऐसा करने पर स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। इस दौरान गर्भवती स्त्रियों को कमरे से बाहर नहीं निकलना चाहिए। आनेवाले बच्चे पर इसका विपरीत असर पड़ सकता है।
इन राशियों के लिए शुभ रहेगा चंद्रग्रहण –
मेष राशि : मेष राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण शुभ रहेगा। इनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकती है और अलग-अलग स्रोत से धन लाभ होने की संभावना भी बन रही है। बस आप स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें और ठंडी चीज के सेवन से बचें।
वृषभ राशि : वृषभ राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। आपको अचानक से किसी प्रकार का धन लाभ हो सकता है। नए वाहन और मकान के योग बन रहे हैं। बता दे, पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा।