अन्नदाताओं को सरकार का खाना भी मंजूर नहीं, ठुकराया लंच, जानिए कैसे भरा किसानों का पेट ?

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नई दिल्ली : केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ बीते एक सप्ताह से जारी किसान आंदोलन को लेकर किसानों और सरकार के बीच दिल्ली में बीते करीब चार घंटे से बैठक जारी है. किसानों की मांग है कि इन नए कृषि कानूनों को रद्द किया जाए और सरकार उनकी बात माने. इसी के चलते आंदोलन चल रहा है और सरकार ने इन्हें वापस लेने से साफ़ मना कर दिया है. बहरहाल दोनों पक्षों के बीच बैठक जारी है और बैठक समाप्त होने के बाद ही यह साफ़ हो पाएगा कि आख़िर किसानों की समस्याओं का कोई हल निकलता है या फिर किसान आंदोलन जारी रहेगा.

बता दें कि केंद्र सरकार और किसानों के बीच दिल्ली के विज्ञान भवन में बैठक चल रही है. जहां केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ किसान बीते 8 दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, तो वहीं यह तल्ख़ी आज विज्ञान भवन में भी देखने को मिली है. जब लंच का समय था तो किसानों ने सरकार द्वारा प्रबंध किए गए खाने को ठुकरा दिया और किसान अपना ही खाना आपस में बांटकर खाते हुए दिखें.

बता दें कि पिछली बैठक में 35 किसान प्रतिनिधि बैठक के लिए आए थे. जबकि आज 40 किसान विज्ञान भवन में हैं. सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए खाने को लेकर एक किसान ने कहा कि, ”हम सरकार द्वारा दिए जाने वाले भोजन या चाय को नहीं ले रहे हैं बल्कि हम खुद अपना भोजन लाए हैं और बांटकर खा रहे हैं.”

कृषि मंत्री-रेल मंत्री कर रहे हैं किसानों से बातचीत…

बता दें कि इससे पहले 1 दिसंबर को किसानों और सरकार के बीच दिल्ली के विज्ञान भवन में ही करीब 4 घंटे तक बैठक चली थी. इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री, केंद्रीय रेल मंत्री और एक अन्य मंत्री ने किसानों से बातचीत की थी, जबकि आज भी रेल मंत्री और कृषि मंत्री किसानों से चर्चा कर रहे हैं.