नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में दो महीने से जारी किसान आंदोलन के किसान नेता शनिवार (आज) महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को ‘सदभावना दिवस’ के रूप में मना रहे हैं। साथ ही कई प्रदर्शन स्थलों पर उन्होंने एक दिन का उपवास रखा है। वही संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य एवं किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन और मजबूत होगा क्योंकि आने वाले दिनों में और किसान इसमें शामिल होंगे।
गौरतलब है कि बीते कल को किसान नेताओं ने बीजेपी और केंद्र सरकार की निंदा करते हुए आरोप लगाया था कि वह ‘शांतिपूर्ण’ प्रदर्शन को ‘नष्ट’ करने की कोशिश कर रही है। वही किसान नेताओं ने दावा किया कि गाजीपुर बॉर्डर से किसान नेता राकेश टिकैत को गुरुवार रात को कथित तौर पर पुलिस द्वारा हटाए जाने की कोशिश करने के बाद से गाजीपुर, सिंघू एवं टिकरी बॉर्डर सहित अन्य धरना स्थलों पर प्रदर्शनकारी किसानों की संख्या बढ़ रही है।
वही आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि सरकार अब भी प्रस्ताव लेकर किसानों के समक्ष खड़ी है। सूत्रों की मानें तो पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा कि, ‘कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से जो कहा वह मैं फिर से दोहराना चाहता हूं। हम आम सहमति तक नहीं पहुंचे हैं, लेकिन हम आपको (किसानों को) प्रस्ताव दे रहे हैं। आप जाएं और इस पर चर्चा कर लें।’ साथ ही उन्होंने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की कही बात को दोहराया कि वह किसानों से बस एक फोन कॉल की दूरी पर हैं।