केंद्रीय कृषि मंत्री के मुख्य आतिथ्य में हुआ NIAM का दीक्षांत समारोह

Shivani Rathore
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भोपाल : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने युवाओं से आग्रह किया है कि वे किसानों-मजदूरों की आय बढ़ाने पर ध्यान देने के साथ ही कृषि प्रबंधन में जुटें। आजीविका के साथ-साथ देश और समाज के प्रति भी युवाओं के कर्त्तव्य होते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जो विद्यार्थी आज डिग्री लेकर काम करने चले हैं, वे आने वाले कल में देश की कृषि बुनियाद को मजबूत करेंगे और कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान होगा।

श्री तोमर ने यह बात चौधरी चरणसिंह राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान (NIAM), जयपुर के तीसरे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही। भोपाल से वर्चुअल शामिल हुए श्री तोमर ने कहा कि संस्थान कृषि प्रबंधन की दृष्टि से मेनपावर गढ़ रहा है, जिनकी योग्यता का लाभ कृषि को फायदे में लाने की दृष्टि से मिलेगा। कृषि मुनाफे में आएं, यह बात सदैव जेहन में रहना चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में कार्यभार संभालने के बाद से कृषि क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर, लंबे समय से उपेक्षित पहलुओं पर गौर किया है। कृषि आय केंद्रित हो व प्रबंधन ठीक से हो, यह आज समय की आवश्यकता बन गई है।

उन्होंने कहा कि सरकार 10 हजार हजार नए एफपीओ, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, मृदा स्वास्थ्य परीक्षण जैसे अनेक महत्वपूर्ण विषयों के साथ ही फूड प्रोसेसिंग उद्योग व निर्यात को बढ़ावा देने पर भी ध्यान दे रही है। इन उदेश्यों को सार्थक करने के लिए खेती की लागत में कमी लाना होगी, टेक्नालाजी का उपयोग बढ़ाना होगा, कृषि क्षेत्र का डिजिटलाइजेशन करना होगा, सुरक्षा कवचों का फायदा किसानों को दिलाना होगा, इसकी जिम्मेदारी शिक्षित युवाओं की भी है। कृषि प्रबंधन सर्वआयामी विषय है, जिसमें युवा-छात्रों की योग्यता का फायदा मिलेगा।

श्री तोमर ने कहा कि भारत सरकार की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को अंतरराष्ट्रीय पोषक-अनाज वर्ष घोषित किया है। सरकार का प्रयास है कि देश में पोषक-अनाज की पैदावार व गुणवत्ता भी बढ़े ताकि वे वैश्विक मानकों पर खरे उतर सकें व कुपोषण दूर हो सकें। हमारे किसान ही सबसे बड़े उत्पादक और वहीं सबसे बड़े उपभोक्ता भी है। कृषि व ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले की संख्या ज्यादा है, इनकी खरीदी क्षमता बढ़ेगी तो देश के कल-कारखाने भी आगे बढ़ेंगे तथा अर्थव्यवस्था को और गति मिलेगी।

आज देश खाद्यान्न में आत्मनिर्भर ही नहीं, सरप्लस है, निर्यात भी बढ़ रहा है, सरकार की नीतियां व किसानों का परिश्रम फलीभूत होते दिखाई दे रहा है। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी, सचिव श्री संजय अग्रवाल, NIAM के महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार स्वाईं, निदेशक श्री रमेश मित्तल ने भी संबोधित किया।