मनुष्य के सम्मान और आजादी के संरक्षण का अमर दस्तावेज है भारत का संविधान

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इंदौर : अभ्यास मंडल और इंदौर प्रेस क्लब ने झंडा ऊँचा रहे अभियान के तहत 74 वा संविधान संशोधन और नागरिक बोध के तहत एक कार्यक्रम इंदौर प्रेस क्लब मे आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता न्याय मूर्ति वेद प्रकाश शर्मा और वरिष्ठ प्रोफेसर अश्विनी कुमार शर्मा थे।

इस अवसर पर अपने संबोधन में न्यायमूर्ति वेद प्रकाश शर्मा ने कहा कि अगर देश के प्रधानमंत्री डॉ, भीमराव अंबेडकर होते तो भारत की तस्वीर आज और कुछ होती। विविधता में एकता जो भारत की विशेषता है, इस आशय का सही दर्शन हमें भरतीय संविधान के प्रियम्बल में हो जाते है। जिस तरह भारत की सबसे पवित्र नदी गंगा का गंगासागर में मिलन होता है उसी तरह भारतीय सविधान के विभिन्न अनुच्छेदों मे विशेषकर व्यक्ति के मूलभूत अधिकार और नीति निर्देशक तत्व, जिन्हे मूलभूत अधिकारों जितना ही मह्तत्व है। इनका भी सार सविधान के प्रीयेमबल मे आ चुका है।

उन्होंने डॉ, अंबेडकर और डॉ, राजेंद्र प्रसाद जो सविधान सभा के अध्यक्ष थे, इन दोनों ने इस सविधान के माध्यम से भातृत्व एवं व्यक्तिगत सम्मान के साथ जीने का अधिकार देने वाला एक ऐसा अमर दस्तावेज है, जो भारत के उज्जवल भविष्य को रेखांकित करता है।

राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर रहे डा, अश्विनी कुमार शर्मा ने कहा कि 74 वा संशोधन नगरीय निकायों को सशक्त करने वाला होकर भारत के नागरिको के शहरों के सुनियोजित विकास मे भागीदारी को भी रेखांकित करता है। डॉ शर्मा ने जीवन से जुड़े सरल उदाहरण देते हुए कहा कि संशोधन में जो बाते कही गई है उसकी सफलता का आधार नागरिको की सक्रियता, सहभागिता एवं अपने नगर के प्रति सम्मान की भावना निहित है, जिसके कारण आज इंदौर जैसा शहर सफाई के मामले मे देश मे लगातार सातवी बार नंबर वन बना हुआ है। और यदि हमें इस शिखर पर बने रहना है तो हमें नित्य नये प्रयोग करते रहने की आवशकता है जैसे कि अब इंदौर को सोलर सिटी बनाने की तेयारी है। स्वागत भाषण प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने दिया। यह जानकारी मीडिया प्रभारी प्रवीण जोशी ने दी।

अतिथि स्वागत अशोक कोठारी, डॉ,पल्लवी आढाव, कुणाल भँवर, दीप्ति गौर, वैशाली खरे ने किया। गौतम कोठारी और सेवा सुरभि के प्रमुख ओमप्रकाश नरेडा नेअतिथियों को प्रतीक चिन्ह भेंट किये। कार्यक्रम का संचालन मालासिंह ठाकुर ने किया। आभार माना अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता ने।

कार्यक्रम मे अलोक खरे एडवोकेट सुनील माकोड़े , डॉ आशीष श्रीवास्तव डॉ कुलदीप भावसार अतुल सेठ, सागर चौकसे, पुरषोत्तम वाघमारे, सुरेश नाहटा, मुरली खंडेलवाल, शफी शेख, मनमोहन प्रसाद शर्मा, अनिल भोजे , राजेंद्र जैन, स्वप्निल व्यास, पराग जटाले, राहुल वाविकर सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।