आयुक्त द्वारा 88 सफाई कर्मचारियों की सेवा समाप्त, 140 के विरूद्ध हुई स्पाॅट फाईन की कार्रवाई

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इंदौर : आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल द्वारा निगम के समस्त अपर आयुक्त, उपायुक्त, समस्त स्वास्थ्य अधिकारी, झोनल अधिकारियो, झोन नियंत्रणकर्ता अधिकारी, सीएसआई व रिमूव्हल के सुपरवाईजर व टीम को कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु प्रोटोकाॅल का उल्लंघन करने पर स्पाॅट फाईन करने के निर्देश दिये गये। जिसके अंतर्गत सोशल डिस्टेसिंग का पालन नही करने, मास्क नही लगाने पर पुरे शहर में अभियान चलाकर स्पाॅट फाईन करने के निर्देश दिये गये।

आयुक्त सुश्री पाल के निर्देश के क्रम में निगम के समस्त अपर आयुक्त, उपायुक्त, समस्त स्वास्थ्य अधिकारी, झोनल अधिकारियो, सीएसआई व रिमूव्हल के सुपरवाईजर व टीम द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रो में मास्क नही लगाने पर 140 के विरूद्ध स्पाॅट फाईन कर कुल राशि रूपये 25400 से अधिक के स्पाॅट फाईन कर राशि वसुल की गई ।

इतना ही नहीं आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल द्वारा बिना सूचना एवं सक्षम स्वीकृति के कर्तव्य स्थल पर लगातार अनुपस्थित पाए जाने पर 88 विनियमित सफाई कर्मचारी/अस्थाई दैनिक वेतन भोगी सफाई श्रमिकों को कार्य हाजिरी से मुक्त करते हुए पारिश्रमिक भुगतान पर रोक लगाई गई।

विदित हो कि स्वच्छ भारत मिशन कार्यालय से निगम के विभिन्न जोन वार्ड में कार्यरत 88 विनियमित सफाई कर्मचारी/अस्थाई दैनिक वेतन भोगी सफाई श्रमिकों की एनआईसी पोर्टल पर उपस्थिति चेक किए जाने पर उक्त भी 88 विनियमित सफाई कर्मचारी/अस्थाई दैनिक वेतन भोगी सफाई श्रमिकों लंबे समय से उपस्थिति दर्ज नहीं कराए जाने की स्थिति प्रकाश में आने पर विस्तार से जानकारी प्राप्त किए जाने पर उक्त समस्त सफाई श्रमिक बिना सूचना सक्षम सुकृति के कर्तव्य स्थल पर लगातार अनुपस्थित हैं (7 दिन से लेकर 6 माह तक) जिससे स्पष्ट होता है कि उक्त 88 विनियमित सफाई कर्मचारी/अस्थाई दैनिक वेतन भोगी सफाई श्रमिकों की निगम कार्य के प्रति कोई रुचि नहीं है।

साथ ही बिना सूचना सक्षम सुकृति के अनुपस्थित रहने का कार्य के प्रति लापरवाही उदासीनता एवं स्वैच्छिक कार्यप्रणाली को प्रदर्शित करता है इनके उक्त कृत्य से वार्ड में सफाई व्यवस्था प्रभावित होने के अतिरिक्त नागरिकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा है जो निगम के प्रतिकूल है इस पर आयुक्त सुश्री पाल द्वारा विभिन्न वार्ड पर कार्यरत 88 विनियमित सफाई कर्मचारी/अस्थाई दैनिक वेतन भोगी सफाई श्रमिकों को कार्य हाजिरी से मुक्त करते हुए पारिश्रमिक भुगतान पर रोक लगाई गई।