कलेक्टर ने दिव्यांगजनों की समस्याएं सुनकर दी ढेरो सौगातें, स्वीकृत की 24 विशेष स्कूटी

Deepak Meena
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इंदौर : कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की संवेदनशील पहल के तहत कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान दिव्यांगजनों की समस्याओं को विशेष रूप से सुनने का सिलसिला लगातार जारी है। यह तीसरा सप्ताह है जब दिव्यांगजनों की समस्याओं को विशेष रूप से सुनकर उनका निराकरण किया जा रहा है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी इस विशेष व्यवस्था के तहत दिव्यांगजनों के बीच पहुंचकर स्वयं उनकी समस्याओं को बातचीत कर गंभीरता से साथ सुन रहे हैं और उनका निराकरण कर रहे हैं। दिव्यांगजनों को परेशानी नहीं हो इसके मद्देनजर उन्हें नीचे तल मंजिल पर ही ससम्मान कुर्सी पर बैठाकर समस्याओं का सुना जा रहा है।

ऐसा नजारा आज भी जनसुनवाई में दिखाई दिया। कलेक्टर सबसे पहले दिव्यांगजनों को बीच पहुंचे। यहां बड़ी संख्या में दिव्यांगजन मौजूद थे। कलेक्टर ने एक-एक दिव्यांगजन से बातचीत की। उनकी समस्याओं को सुना और उनका निराकरण करते हुये हर संभव मदद दी। उन्होंने 24 दिव्यांगजनों को शिक्षण-प्रशिक्षण और रोजगार में सहायता के लिये रेट्रोफिटिंग स्कूटी वाहन स्वीकृत किये। साथ ही एक दिव्यांग को बेट्री चलित ट्रायसिकल भी स्वीकृत की। 9 दिव्यांगजनों को तत्कालिक जरूरतों की पूर्ति के लिये रेडक्रॉस से दो लाख 64 हजार रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई।

राहुल बोलने और सुनने लगेगा
जनसुनवाई में अपने पिता के साथ पहुंचे एक बालक राहुल दौने को काकलियर इनप्लांट के तहत लगाई गई मशीन की जगह नई मशीन लगाये जाने के लिये दो लाख रूपये की मदद दी गई। यह मशीन लग जाने से राहुल सुनने और बोलने लगेगा। एक दिव्यांगजन को निशुल्क डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने जनसहयोग से रेडक्रॉस के माध्यम से 24 स्कूटी दिव्यांगजनों के लिये स्वीकृत की। इसमें से एक बालिका को आज हाथोहाथ स्कूटी वाहन दिया गया।

आस्था को मिला रक्षा बंधन का उपहार
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी से आज एक बालिका आस्था यादव मिली। उसने बताया कि वह सीए की पढ़ाई कर रही है। कॉलेज तक आने जाने में बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। मैं वाहन खरीदने में असमर्थ हूँ। इस बालिका की शिक्षा की राह आसान करने के लिये स्कूटी स्वीकृत की गई। इस बालिका को आज रक्षा बंधन का उपहार देते हुये इस वाहन की चाबी विधायक रमेश मेंदोला ने सौंपी। बालिका हंसी खुशी नई उम्मीद लेकर शासन प्रशासन विशेषकर कलेक्टर का धन्यवाद देते हुये घर की ओर रवाना हुई।

कलेक्टर कार्यालय में आज पहुंचे महेश कुमार बंशीलाल, अरविंद हार्डिया, वनिता महाशब्दे, भीमसिंह, भरत पिता राजेन्द्र, बालकृष्ण पटेल पिता संतोष, मीना साकेत पिता लालमणि, मोहम्मद आसिफ मंसूरी, अजय जाधव, हुकुमचंद पिता लिम्बा, अजय पिता सुरेश, आदित्य कदम, बेगम बाई, गिरीराज, मुकेश मुंगेलवाल, कुदंन राक्से, जितेन्द्र कुशवाह, मोहम्मद शकिल मंसूरी, विनिता पाहुजा, शाकिर शेख, अनवर शेख, जितेन्द्र अहिरे, रामलखन लक्ष्मीचंद्र को रेट्रोफिटिंग स्कूटी वाहन स्वीकृत किये गये। इसी तरह धर्मेन्द्र कुमार सेनी को बेट्रीयुक्त ट्रायसिकल मंजूर की गई। जनसुवाई में पहुंची गायत्री मिश्रा को तीन हजार रूपये, शिखा पति मुकेश बोरसे को पांच हजार रूपये, राजूबाई को तीन हजार रूपये, बबीता यादव को पांच हजार रूपये, केलेन्द्र सिंह मण्डलोई को पांच हजार रूपये, रूबीना मंसूरी को 20 हजार रूपये, रोशनी शिवलानी को 20 हजार रूपये, राहुल दौने को दो लाख रूपये तथा पूनम सेन को तीन हजार रूपये तात्कालिक जरूरत की पूर्ति के लिये रेडक्रॉस से मंजूर किये गये। जनसुनवाई में अपर कलेक्टर सपना लोवंशी और रोशन राय सहित अन्य अधिकारियों ने भी नागरिकों की समस्याओं को सुना और उनका निराकरण किया। जनसुनवाई के दौरान आज जिला विकलांग पुनर्वास केन्द्र द्वारा एक दिव्यांग इरशाद मोहम्मद को ट्रायसिकल भेट की गई।