इंदौर (Indore News) : इसमें कोई दो मत नहीं है कि नगर निगम के अभी तक के इतिहास में किसी भी विभाग में एक साथ 25 कर्मचारियों को हटाने की जो कार्रवाई हुई है वह अपने आप में एक रिकॉर्ड है और निश्चित रूप से इसके लिए नगर निगम इंदौर की आयुक्त प्रतिभा पाल को बधाई दी जानी चाहिए कि उन्होंने इतनी सख़्ती के साथ यह निर्णय लिया ।
एक तरह से देखा जाए तो जनकार्य विभाग में दो इंजीनियरों को छोड़कर सभी कर्मचारियों का तबादला कर दिया गया है इतनी अधिक संख्या में हुए तबादलों से क्या नगर निगम के अन्य कर्मचारियों में यह संदेश जाएगा कि अगर अब उन्होंने रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का सहारा लिया तो उन पर भी इसी तरह से गाज गिर सकती है ?
जनकार्य विभाग का रिश्वत कांड पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ था और जिस तरह से सरकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार की रकम इकट्ठा की जा रही थी उसको लेकर भी कई तरह की चर्चाएं चल रही थी ऐसे में यह जरूरी था कि कोई बड़ी कार्रवाई की जाए और नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा उठाया गया यह कदम इस बात की पुष्टि करता है कि नगर निगम मेंअब खुला भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।
नगर निगम के अन्य विभागों में भी चल रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई आयुक्त को करनी चाहिए । इंदौर नगर निगम की यह छवि बनती जा रही है कि यहां पर बगैर पैसा दिए कोई काम नहीं होता ऐसे में आयुक्त प्रतिभा पाल चाहे तो उनके कार्यकाल में स्वच्छ इंदौर की तरह स्वच्छ नगर निगम भी बन सकता है इसके लिए आवश्यक यही है कि वे नगर निगम के रिश्वतखोर तथा भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ सख्ती से पेश आएं क्योंकि कुछ समय बाद जब नगर निगम के चुनाव हो जाएंगे और चुनी हुई परिषद आ जाएगी तब भ्रष्टाचार को रोक पाना बेहद कठिन होगा ।
अर्जुन राठौर