MP Tourism : मध्यप्रदेश एक ऐसा राज्य है, जहां लोग दूर-दूर से घूमने फिरने के लिए आते हैं। बता दें कि, मध्यप्रदेश में एक से बढ़कर एक पर्यटन स्थल मौजूद है। इतना ही नहीं कई प्राचीन इमारत मंदिर भी यहां पर देखने को मिलती है जिसका दीदार करने के लिए हमेशा दूर दराज से आने वाले लोग मौजूद रहते हैं।
आपको मध्यप्रदेश के तमाम पर्यटन स्थलों पर हमेशा भीड़ देखने को मिलती है। लेकिन आज हम आपको मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर से जुड़े कुछ ऐसे प्राचीन और प्रसिद्ध स्थान के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां का दीदार करना हर कोई चाहता है। ग्वालियर में कई पुराने के किले मौजूद है, जिन्हें देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
ग्वालियर का किला
ग्वालियर में वैसे तो बहुत से स्थान देखने के लिए मौजूद है लेकिन लोग ग्वालियर किले का दीदार करने के लिए दूर-दूर से आते हैं, जिसे ग्वालियर की शान भी कहा जाता है विशाल चट्टान पर्वत पर मौजूद ग्वालियर किला अपने आप में कई पौराणिक कथा और सुंदर्ताओं को संजोए हुए हैं। किले की बात की जाए तो यह 3 किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है जिस तरह से किले में वास्तु कला का उपयोग किया गया है जो छठवीं शताब्दी की याद दिलाता है। किले में आपको देखने के लिए काफी चीज मिल जाएगी इसकी सुंदरता लोगों का मन मोह लेती है मां किले में मंदिर भी मौजूद है जिनमें मां मंदिर गुजरी जहांगीर कारण और शाहजहां मौजूद है इतना ही नहीं पानी के टैंक और महल भी शामिल है। यदि आप भी खूबसूरत स्थान पर जाने का मन बना रहे हैं तो आपको ग्वालियर जाने के लिए ट्रेन और बस दोनों मिल जाएंगे यहां आप सुबह 8:00 बजे से शाम 5:30 तक जा सकते हैं। बड़ों के लिए 75 रुपए यहां पर फीस लगती है और बच्चों को निशुल्क किला घूमने को मिलता है।
ग्वालियर का जय विलास पैलेस
यदि आप ग्वालियर घूमने का मन बना रहे हैं और आप जय विलास पैलेस नहीं देखेंगे तो आपके यहां सफर अधूरा हो सकता है क्योंकि इसमें आपको शाहजहां और औरंगजेब से लेकर रानी लक्ष्मीबाई के शासनकाल के स्वतंत्रता आंदोलन के हथियारों को देखने को मिल जाते हैं। जय विलास पैलेस के निर्माण जयजी राव सिंधिया ने करवाया था। जो ग्वालियर के महाराजा भी हुआ करते थे महल के क्षेत्रफल की बात की जाए तो यह 75 एकड़ में फैला हुआ है जहां आपको कहीं पुरानी वास्तुकलाएं देखने को मिलती है जो आपका मन मोहल्लेगी या अंदर से काफी ज्यादा खूबसूरत बना हुआ है इतना ही नहीं यहां पर 35 कमरों वाला है विशाल संग्रहालय भी है आप ग्वालियर के के विलास पैलेस का दीदार सुबह 10:00 बजे से शाम 4:30 के बीच कर सकते हैं महल में प्रवेश के लिए 100 रुपए का शुल्क लगता है और बुधवार को अवकाश रहता है।
मान मंदिर पैलेस
ग्वालियर में किलो के अलावा मान मंदिर पैलेस भी चर्चाओं में रहता है, जहां लोग दूर-दूर से आते हैं, जिसका निर्माण 1486 से 1516 के तोमर वंश के शासक मान सिंह तोमर द्वारा इसका निर्माण करवाया गया था। मान मंदिर पैलेस में पुरानी वास्तुकला देखने को मिलती है जिसका दीदार करने के लिए लोग आते हैं, जहां हमेशा आपको पर्यटक देखने को मिल जाएंगे। यदि आप भी ग्वालियर का मन बना रहे हैं तो मान मंदिर पैलेस देखना बिल्कुल भी ना भूले। बता दे की यहां पर राजपूत शैली का प्रदर्शन देखने को मिलता है महल में जौहर तालाब काफी ज्यादा फेमस है जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। यहां आप सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक आ सकते हैं और यहां पर कोई भी शुल्क नहीं लगता है।
तानसेन का मकबरा
ग्वालियर में तानसेन का मकबरा भी काफी ज्यादा फेमस है जहां पर लोग दूर-दूर से इसका दीदार करने के लिए आते हैं तानसेन के बारे में तो आपने सुना ही होगा जिनकी ध्वनि में इतना जादू था कि जानवर भी से सुनकर मंत्रमुक्त हो जाया करते थे। इतना ही नहीं बारिश तक हो जाया करती थी भारत के महान संगीतकारों में तानसेन का नाम शामिल है कि तानसेन को उनके गुरु मोहम्मद गौस के साथ परिसर में दफनाया गया जिसे तानसेन के मकबरे के रूप में जाना जाता है। तानसेन के मकबरे का दीदार आप सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम के 6:00 बजे तक कर सकते हैं।