संकटकाल में सशस्त्र बलों द्वारा किया गया कार्य गर्व से भर देता है : रक्षा मंत्री

Akanksha
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Rajnath Singh

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह में 74वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश की सेना और शौर्य और पराक्रम की सराहना की। रक्षा मंत्री ने कहा,”संकट काल में सशस्त्र बलों ने जो सेवा कार्य किया है वह हमें गर्व से भर देता है।” उन्होंने कहा कि,”DRDO ने गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, सशस्त्र बलों, और उद्योग समूहों के साथ मिलकर नई दिल्ली में सरदार वल्लभभाई पटेल कोविड अस्पताल 12 दिन के रिकॉर्ड समय में निर्माण किया गया।” रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि,”मई 2020 को वायु सेना स्टेशन सलूर के 18वें स्क्वाड्रन को एलसीए तेजस के दूसरे खेमे के माध्यम से Revive किया गया है। यह आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया गया एक बड़ा कदम है। साथ ही वायु सेना की क्षमता को और प्रबल बनाने के लिए 21 मिग 29 विमान खरीदने की भी मंजूरी दी गई है।”

साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि,” इसके अतिरिक्त तमिलनाडु के तंजावुर में सुखोई MKI का 222 स्क्वाड्रन खड़ा किया गया है जो ब्रह्मोस मिसाइल से सुसज्जित है। इससे हिन्द महासागर में हमें Strategic Depth मिलती है।” उन्होंने कहा कि,”खुशी की बात यह है कि राफेल के खेप आने शुरू हो गए हैं। दो सप्ताह पहले पांच राफेल विमान अम्बाला एयर बेस पर पहुंचे। बाकी के भी शीघ्र ही आने वाले हैं। भारत में राफेल लड़ाकू विमान का टच डाउन हमारे सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है।” रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि आपको याद होगा लम्बे समय से भारतीय वायुसेना में नए आधुनिक लडाकू विमानों की कमी महसूस की जा रही थी। हमारी सरकार आते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के साथ गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट अग्रीमेंट कर 36 राफेल यथाशीघ्र मंगाने का काम शुरू किया।

रक्षा मंत्री ने कहा कि,”कि पीएम नरेंद्र मोदी ने रक्षा के क्षेत्र में सुधार की मांग को स्वीकार करते हुए पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस को लालकिला की प्राचीर से CDS के गठन की ऐतिहासिक घोषणा की। CDS के गठन से सेनाओं के बीच और बेहतर समन्वय सुनिश्चित किया गया है। इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे।” उन्होंने गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि,”आज मैं गलवान में बलिदान देने वाले सैनिकों को विशेष रूप से स्मरण करते हुए अपनी श्रद्धांजलि देता हूं। यह देश उनकी बहादुरी और उनके सर्वोच्च बलिदान को कभी भुला नही सकता। मैं उनके परिवारों को भरोसा देना चाहता हूँ कि वे लोग अकेले नहीं हैं बल्कि पूरा देश उनके परिवार के साथ खड़ा है।”