जयपुर: राजस्थान में चल रहा सियासी ड्रामा उस समय और तेज हो गया जब विधायकों की खरीद-फरोख्त की जांच कर रही SOP द्वारा नोटिस में सचिन पायलट का नाम आया। सचिन पायलट की नाराजगी ने अशोक गहलोत की सरकार के सामने संकट खड़ा कर दिया है। बताया जा रहा है कि 30 कांग्रेसी विधायक, कुछ निर्दलीय और भाजपा के करीब 15 विधायक सचिन पायलट के संपर्क में है। पायलट अभी दिल्ली में मौजूद है।
बता दे कि कल सुबह 10:30 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियो की बैठक होगी। साथ ही सभी मंत्रियो को कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र को छोड़कर जयपुर पहुंचे। राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के मुताबिक, ‘कैबिनेट मीटिंग में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि किसी विधायक या मंत्री का फोन बंद आए या फिर वह नहीं मिल रहा है तो घबराएं नहीं, उससे संपर्क करें। सरकार को बचाने की जिम्मेदारी सब पर है।’ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ पायलट सहित कांग्रेस के 12 विधायक और तीन निर्दलीय विधायक हरियाणा के होटलों में है।
वही भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद ओम माथुर का कहना है कि, ‘कांग्रेस के बीच अक्सर कलह की खबरें आती रहती हैं। अशोक गहलोत तो इसका आरोप भाजपा पर डाल रहे हैं। उन्हें अपना घर देखना चाहिए। जब गहलोत सरकार का गठन हुआ था, तब से यह संकट चला आ रहा है। पायलट और गहलोत की लड़ाई इसकी असली वजह है। गहलोत भाजपा को दोष देने की कोशिश कर रहे हैं।