Indore News : डायबिटीज़ पर पिछले 20 सालों से एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. संदीप जुल्का के नेतृत्व में काम कर रही संस्था मधुमेह चौपाल ने रविवार, 19 मई 2024 को केयर सीएचएल हॉस्पिटल में एक सपोर्ट ग्रुप मीट का आयोजन किया। यह मीट टाइप वन डायबिटीज, जिसे आमतौर पर जुवेनाइल डायबिटीज भी कहा जाता है, के बारे में जागरूकता बढ़ाने और बच्चों को इस स्थिति का प्रबंधन करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित किया गया था।
मीटिंग में, डायबिटीज एजुकेटर और मधुमेही बच्चों ने अपने अनुभव साझा किए। इनमें से कुछ बच्चे ऐसे थे जिन्हें कम उम्र से ही डायबिटीज थी, लेकिन उन्होंने अपनी स्थिति को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया है और अब वे विभिन्न क्षेत्रों में सफल हैं। डॉ. संदीप जुल्का, मधुमेह एवं हार्मोन रोग विशेषज्ञ एंडोक्राइनोलॉजिस्ट ने कहा, “टाइप वन डायबिटीज एक आजीवन स्थिति है, लेकिन उचित उपचार और प्रबंधन के साथ, इसे प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है और एक स्वस्थ और सामान्य जीवन जिया जा सकता है।
यह सपोर्ट ग्रुप मीट लोगों को इस स्थिति के बारे में जागरूक करने और बच्चों को प्रेरित करने के लिए आयोजित किया गया था ताकि वे अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच सकें। साथ ही उन्होंने इस सपोर्ट ग्रुप मीट के महत्व को भी समझाया कि कैसे साथ मिलकर बड़ी से बड़ी बीमारी से भी लड़ा जा सकता है।”
आगे डॉ. जुल्का बताते हैं, “यह आयोजन इसलिए भी खास था क्योंकि सभी मधुमेही बच्चे एवं उनके माता-पिता आपस में मिले और एक सशक्त समूह का निर्माण हुआ। भविष्य में किसी भी परिस्थिति में यह लोग एक दूसरे के साथ खड़े हो सकते हैं कंधे से मिल कंधा मिलाकर चल सकते हैं और एक दूसरे को सहयोग प्रदान कर सकते हैं।”
केयर सीएचएल हॉस्पिटल के सीओओ मनीष गुप्ता ने कहा, “हम मधुमेह चौपाल के इस पहल का समर्थन करने में प्रसन्न हैं। टाइप वन डायबिटीज के बारे में जागरूकता बढ़ाना और बच्चों को इस स्थिति का प्रबंधन करने में मदद करना महत्वपूर्ण है। हम इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन को जारी रखने के लिए मधुमेह चौपाल के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
मीटिंग में मनोवैज्ञानिक डॉ. रोहिता सतीश ने बच्चों को खेलों में शामिल किया और उन्हें और उनके माता-पिता को इस स्थिति का सामना करने के लिए मानसिक रूप से तैयार करने में मदद की। टाइप वन डायबिटीज के दौरान किस तरह से अपने आप को नियंत्रित और स्वस्थ रखें इस पर चर्चा भी की।
आयोजन के दौरान, मधुमेही बच्चों के लिए आहार, जीवनशैली और बीमारी से संबंधित सभी जानकारी पर चर्चा की गई। 10वीं और 12वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को डॉ जुल्का एवं गुप्ता द्वारा सम्मानित किया गया। आयोजन में डॉ. पवन जायसवाल, डॉ. मुख्तार खान, आनंद पाटीदार, मनोहर, कपिल पांडे, डायटीशियन मिस नायमा खान और उनकी टीम भी मौजूद थीं।