प्रियॉन सशक्‍त एसएमबी महामारी के बावजूद बने सुपर सेलर्स

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इंदौर : प्रियॉन ने पिछले साल महामारी के कारण सामने आई बाधाओं के बावजूद एसएमबीज  को कई गुणा वृद्धि करने में मदद दी है। इंदौर और कई अन्य क्षेत्र के एसएमबी को प्रियॉन की विशेषज्ञता और सहायता का लाभ मिला है। इसके तहत कई तरह की सेवाओं का लाभ उठाया गया है और इनमें ऑनबोर्डिंग, कैटलॉगिंग, वेयरहाउसिंग ऑनलाइन एडवर्टाइजिंग आदि शामिल है। इसके अलावा,  इसने उन्हें ऑनलाइन बाजार पर उल्‍लेखनीय रूप से अपना बिजनेस बढ़ाने में भी सक्षम बनाया है। प्रियॉन तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था में एसएमबी को सक्षम करने वाली कैटामारन और अमेज़न के बीच एक संयुक्त उपक्रम है।

इलेक्ट्रॉनिक डील्स एयर कूलर, वाटर प्यूरीफायर, वाटर हीटर, रसोई उपकरण और होम लाइटिंग उत्पादों का इंदौर स्थित वितरक है। विक्रेता, 15 वर्षों से कारोबार में है और इसका व्‍यापक ऑफलाइन वितरण नेटवर्क है जो पूरे पश्चिमी मध्य प्रदेश में फैला हुआ है। देश में जब महामारी आई और फिर लॉकडाउन हुआ तो उन्हें कारोबार को बंद करना पड़ा तथा उन्हें तत्काल विकल्प की आवश्यकता महसूस हुई। प्रियॉन के साथ साझेदारी करके विक्रेता ने अपने कारोबार को ऑनलाइन शुरू किया और महामारी के बावजूद 4.5 करोड़ रुपए से ज्यादा की बिक्री हासिल कर ली।

इलेक्ट्रॉनिक्स डील्स के एक प्रवक्ता ने कहा, “शुरू में हम प्रियॉन टीम के सुझाव मानने में बहुत हिचकते थे। हमें अपने उत्पाद अपने कारोबार की मुख्य जगह से 250 किलोमीटर दूर किसी फुलफिलमेंट सेंटर में भेजने होते थे। पर दो ही दिन बाद हमलोगों ने आठ लाख रुपए की बिक्री हासिल कर ली। समय पर मिली प्रियॉन की सहायता और समर्थन का ही असर था हम अपना कारोबार चालू रख पाए वरना यह संभव ही नहीं था। कई मौकों पर हमें टीम ने गलतियों को ठीक करने में सहायता की और अपनी बिक्री व्यवस्थित करने के लिए हमें आवश्यक सुझाव दिए। पिछले साल के दौरान उनके स्थायी मार्गदर्शन ने तमाम बाधाओं से निपटने में अहम भूमिका निभाई और हम वहां पहुंचे जहां आज हैं।

इसी तरह, टेकफायर ऑफिशियल्स एक ऐसा बिजनेस है जो इलेक्ट्रॉनिक्स, हेल्‍थ और पर्सनल केयर के उत्पादों का निर्माण करती है। इसकी बिक्री पूरे मध्य प्रदेश में होती है। इस विक्रेता को प्रियॉन की टीम ने ट्रायपॉड और ब्लूटुथ हेडबैंड की बिक्री के लिए जनवरी 2020 में अपने साथ शामिल किया था। लॉन्‍च के एक सप्‍ताह के अंदर उन लोगों ने 1.25 लाख रुपए की बिक्री कर ली थी। जब लॉक डाउन की शुरुआत हुई तो प्रियॉन की टीम ने विक्रेता को आवश्यक उत्पादों की पहचान और उनके निर्माण में सहायता की। ये ऐसे उत्पाद थे, जिनकी मांग थी। इससे सिर्फ 22 दिन में इसे एक करोड़ रुपए का कारोबार करने में सहायता मिली।

सागर के टेकफायर के पदाधिकारियों में से एक नितेश चंदवानी ने कहा, “जब लॉकडाउन की घोषणा हुई और हमारा कारोबार रातों-रात कम हो गया तो हम वास्तविक मुसीबत में थे। प्रियॉन टीम तत्काल हमारी सहायता के लिए आई और आवश्यक उत्पादों की बिक्री करने में हमारा मार्गदर्शन किया। ये उत्पाद हेल्‍थ और पर्सनल केयर श्रेणी के थे। नतीजा यह रहा कि हमारा कारोबार काफी बढ़ गया और पिछले साल हमारी साप्ताहिक बिक्री 60 लाख रुपए से ज्यादा हो गई। इसमें कोई शक नहीं है कि हमारी सफलता को संभव करने में प्रियॉन ने बड़ी भूमिका निभाई है।  वे जो जानकारी मुहैया कराते हैं वह हमारे जैसे विक्रेताओं के लिए अमूल्य है।”

इन कारोबारों की सफलता में सहायता के लिए प्रियॉन की भूमिका पर टिप्पणी करते हुए प्रियॉन के एमडी  और सीईओ संदीप वरागांती ने कहा, “इस महामारी ने एसएमबी सेक्टर को कई सबक सिखाए हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है, डिजिटली आत्मनिर्भर होना। आने वाले साल में एसएमबी पुनर्जीवित होने और वृद्धि करने  के लिए तैयार हो रहे हैं तब उनके लिए ई-कामर्स के फायदों को उपयोग में लाना और आवश्यक क्षमता तैयार करना महत्वपूर्ण होगा। एसएमबी के सशक्तिकरण की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए प्रियॉन में हमें खुशी है कि हम इन व्‍यावसायों की ऑनलाइन बिक्री शुरू करने में सहायता कर पाए और उन्हें तमाम बाधाओं के बावजूद सफलता मिली।”