सूर्य का राशि परिवर्तन महत्वपूर्ण माना गया है। इन दिनों सूर्य वर्तमान समय में मिथुन राशि में बुध के साथ युति बनाकर गोचर कर रहे हैं। आपको बता दे, सूर्य और बुध से एक योग बनता है जिसे बुधादित्य योग कहते है। इस योग को शास्त्रों में अत्यंत शुभ योगों में से एक माना गया है।
इन दिनों सूर्य अपना राशि परिवर्तन कर रहे है ऐसे में सबसे पहले सूर्य कर्क राशि में परिवर्तन करेंगे। कर्क राशि में सूर्य का राशि परिवर्तन को ज्योतिष शास्त्र में अति महत्वपूर्ण माना गया है। दरअसल, सूर्य को सभी राशि का राजा माना गया है।
इसके अलावा बात करें सूर्य की तो सूर्य का संबंध सीधा मौसम से है। ऐसे में सूर्य का गोचर सीधा ऋतुओं के परिवर्तन का कारण बनता है। ऐसे में सूर्य जब कर्क राशि में आते हैं तो इसे कर्क संक्रांति भी कहा जाता है। आज हम आपको सूर्य का राशि परिवर्तन कब हो रहा है और इसका शुभ मुहूर्त क्या है उसके बारे में बताने जा रहे हैं।
शुभ मुहूर्त –
कर्क संक्रांति – 16 जुलाई 2021, शुक्रवार
कर्क संक्रांति का पुण्य काल – प्रात: 05:34 से शाम: 05:09 तक
अवधि – 11 घण्टे 35 मिनट
कर्क संक्रान्ति महापुण्य काल – दोपहर 02:51 से शाम 05:09 तक
अवधि – 02 घण्टे 18 मिनट
कर्क संक्रान्ति का क्षण – शाम 05 बजकर 18 मिनट
दक्षिणायन कब हो रहें हैं?
मान्यताओं के मुताबिक, सूर्य वर्तमान समय में पुनर्वसु नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं। ऐसे में सूर्य कर्क राशि में शुक्रवार को दक्षिणायन हो जाएंगे। शास्त्रों के अनुसार, अब मकर संक्रांति 2022 तक सूर्य दक्षिणायन ही रहेगा। वहीं सूर्य लगभग छह माह तक दक्षिणायन रहेंगे। सूर्य के दक्षिणायन होने से उत्तरी गोलाद्र्ध में स्थित देशों में धीरे-धीरे सर्दियों का मौसम प्रारंभ होने लगता है। तो वहीं दक्षिणी गोलाद्र्ध के देशों में गर्मी बढ़ने लगती है। कहा जाता है कि जब सूर्य कर्क राशि में आते हैं तो ये समय देवताओं का मध्याह्न काल होता है।
रात बड़ी और दिन छोटे –
आपको बता दे, सूर्य के दक्षिणायन होने से अब मौसम में परिवर्तन देखने को मिलेगा। ऐसे में रातें बड़ी और दिन धीरे-धीरे छोटे होने लगेंगे। दक्षिणायन के समय बारिश और मौसम में ठंडक का बढ़ने लगती है।