Ganesh Chaturthi Poojan: गणेश जन्मोत्सव का शुभारंभ होने में अभी फिलहाल दो दिन शेष हैं। जहां देशभर में गणपति के आगमन का जोरो शोरों से बंदोबस्त किया जा रहा हैं। वहीं न जाने कितने पंडालों में घरों में सड़कों पर गणेश प्रतिमा की घर में स्थापना के लिए जनता की मार्केट में भीड़ देखते ही बन रही हैं। वहीं जैसा की प्रत्येक प्राणी जानता हैं कि भगवान श्री गणेश को प्रथम पूजनीय देव का स्थान प्राप्त हैं। जिसको ध्यान में रखते हुए भक्त भगवान की आवभगत में किसी भी प्रकार की कोई त्रुटि को जगह नहीं देना चाहते हैं। साथ ही बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ बप्पा का वेलकम करना चाहते हैं।
वहीं आपको बता दें कि इस मनुष्य जीवन में होने वाले जितने भी मंगल और शुभ कार्य हैं उसका प्रतिनिधित्व भगवान् प्रथम पूजनीय गणेश के सान्निध्य में ही सफल हो पाटा हैं। लाखों भक्तगण इस पर्व का इंतज़ार बड़ी ही बेसब्री के साथ करते हैं। साथ ही भगवान के साज सज्जा सहित घर के डेकोरेशन में लगे रहते हैं। इन सब चीजों के बीच एक बेहद महत्वपुर्ण चीज का ध्यान भक्तों द्वारा उचित तौर पर रखा जाता हैं। वह हैं की आखिर भगवान दुःख हर्ता की कैसी प्रतिमा को घर में स्थापित करना चाहिए और कौनसी नहीं। जानते हैं यहां विस्तार के साथ।
प्रतिमा लेने जाए तो इस बात का रखें विशेष ध्यान
दरअसल विघ्नहर्ता की प्रतिमा लेते समय इस बात का ख़ास ख्याल रखें कि गणेश जी की बैठी मुद्रा और सूंड की दिशा कौनसी है। यहां आपको बता दें कि बप्पा की आराम से बैठी हुई प्रतिमा और उल्टे तरफ झुकी हुई सूंड वाले श्री गणेश जी को ज्यादा तवज्जों दिया जाता है। वहीं भगवान विघ्नहर्ता की ऐसी प्रतिमा की आराधना और अर्चना करने से भक्त के घर परिवार में धन वैभव और शांति बनी रहती है। वही इस विशेष बात का ध्यान यह रखें कि गणेश जी की प्रतिमा जब भी लेने जाए तब विनायक की प्रतिमा में उनका प्रिय वाहन मूषक भी अवश्य ही होना चाहिए और साथ ही उनके हाथ में मोदक भी जरूर रहें। इस तरह की ख़ास प्रतिमा को घर में लाना काफी ज्यादा शुभ माना जाता है।
किस-वर्ण और कलर की प्रतिमाए मानी जाती है शुभ
अब यहाँ आपको एक बेहद महत्वपूर्ण बात बता दें कि भगवान विनायक की सिंदूरी रंग की प्रतिमा को घर परिवार में स्थापित करना अत्यंत ही मंगलकारी माना जाता है। श्री गणेश की इस ख़ास रंग की मूर्ति को कुटुंब में लाने से भक्त के घर के तमाम सदस्यों में एक अलग ही तरह का आत्मविश्वास देखा जा सकता हैं। वहीं श्वेत वर्ण की विघ्नहर्ता की प्रतिमा को घर में लाने हंसी ख़ुशी और शांति का माहौल बना रहता हैं।
किस-दिशा में करें प्रतिमा को स्थापित?
अब सबसे दिलचस्प बात की आप बप्पा की प्रतिमा को घर भी ले आए हैं सही और उचित रंग भी हैं मूषक और मोदक भी हैं। लेकिन सबसे अहम बात की आखिर बप्पा को किस दिशा में स्थापित गौर से सुनिएगा। दरअसल भगवान विनायक को उत्तर दिशा में स्थापित करना बेहद शुभ माना जाता है। आपको बता दें कि यह दिशा धन की देवी मां लक्ष्मी और जगत पिता भगवान शंकर की मानी जाती है। ऐसे में भगवान गणेश जी का मुंह इस दिशा की तरफ करने से गणेश भगवान के साथ-साथ उनके पिता महादेव और मां लक्ष्मी का भी परम आशीष मिलता है। ध्यान रखें कि श्री गणेश की प्रतिमा का मुंह घर के मेन गेट की तरफ होना चाहिए। साथ ही ऐसा कहा जाता है कि इससे घर का वातावरण भी शातीनुमा बना रहता हैं।