एफटी ग्लोबल रैंकिंग में शामिल आईआईएम इंदौर के एग्जीक्यूटिव पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (ईपीजीपी) की बैच का कोविड-19 महामारी के दौरान भी सफल प्लेसमेंट हुआ है। आईआईएम इंदौर के इस एक वर्षीय पूर्णकालिक आवासीय एमबीए प्रोग्राम ईपीजीपीके पाठ्यक्रम को हाल ही में ‘द फाइनेंशियल टाइम्स’ (यूके) द्वारा 2021 के ग्लोबल टॉप 100 एमबीए प्रोग्राम में स्थान दिया गया था।
वर्ष 2020-21 के ईपीजीपी प्लेसमेंट सत्र मेंआईआईएम इंदौर ईपीजीपी का प्लेसमेंट 32.76 लाख रुपएप्रति वर्ष के उच्चतम वेतन का रहा। बैच का औसत वेतन रुपए 20.4लाख रूपए प्रति वर्षऔर माध्यिका वेतन 20लाख रुपए प्रति वर्ष रहा।
इस बैच में 68 प्रतिभागी उपस्थित रहेजो अब तक की सभी ईपीजीपीबैच में से सबसे अधिक विविध समूह का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रतिभागियों को प्रबंधन / आईटी कंसल्टिंग,हॉस्पिटैलिटी, तेल एवं गैस उद्योग, स्वास्थ्य देखभाल / सार्वजनिक स्वास्थ्य / फार्मास्यूटिकल्स, विनिर्माण एवं आपूर्ति श्रृंखला, फैशन/खुदरा, बिक्री और विपणन, परियोजना प्रबंधन, उत्पाद प्रबंधन, व्यवसाय सलाहकार, गुणवत्ता नियंत्रण, आईटी सुरक्षा, व्यवसाय विकास और बैंकिंग कार्यक्षेत्र में प्लेसमेंट मिला।
इस वर्ष के रेक्रूटर्स में एक्सेंचर ऑपरेशंस, एक्सेंचर टेक्नोलॉजी, एक्सिस बैंक लिमिटेड, ब्रिसलकोन, साइबरटेक, डेलॉइट, अर्नेस्ट यंग, गुजरात गैस लिमिटेड, गुजरात स्टेट पेट्रोनेट लिमिटेड, एचसीएल टेक्नोलॉजी, i95Dev, आईबीएम, इंडीजीन, इंफोसिस डोमेन कंसल्टिंग, इंफोसिस मैनेजमेंट कंसल्टिंग, आईक्यूवीआईए, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, पीडब्ल्यूसी, टीसीएस, टेक महिंद्रा बीई कंसल्टिंग, वर्चुसा, यम ब्रांड्स!, और ज़िनोव मैनेजमेंट कंसल्टिंग शामिल रहे।
कंपनियों द्वारा दी जाने वाली विविध भूमिकाओं में सहायक उपाध्यक्ष, उद्यम रणनीति सलाहकार, उत्पाद प्रबंधन सहयोगी प्रबंधक, परियोजना प्रबंधक, वरिष्ठ सलाहकार, सीनियर प्रोडक्ट ओनर विशेषज्ञ, रणनीति और कॉर्पोरेट ब्रांडिंग प्रबंधक, आदि भूमिकाएं शामिल थीं। उल्लेखनीय है किईपीजीपी 2021 के कुछ विद्यार्थी सीटीसी में भारी वृद्धि के साथ ही अपने कार्य क्षेत्र एवं भूमिका को बदलने में सफल रहे।
प्रो. हिमाँशु राय, निदेशक, आईआईएम इंदौर ने कहा कि वर्ष 2021 की ईपीजीपी बैच ने कोविड-19 महामारी से उत्पन्न अनूठी चुनौतियों को सफलतापूर्वक पार कर लिया है। ईपीजीपी प्लेसमेंट के दौरान मिली उत्साहजनक प्रतिक्रिया के लिए हम अपने कॉर्पोरेट नियोक्ताओं के आभारी हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बैच द्वारा प्रदर्शितअद्भुत नेतृत्वक्षमता वाले ये सभी विद्यार्थी भावी व्यावसायिक लीडर्स के रूप में उभरेंगे और भारत में कोविड-19 के बाद की परिस्थितियों में आर्थिक सुधारों में सार्थक एवं प्रभावी योगदान करने में सक्षम होंगे।