Breaking News : देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में चल रही परीक्षाओं में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के कार्यकर्ताएँ सड़क पर उतर गए। वे गाड़ियों में बैठकर यूनिवर्सिटी की ओर मार्च कर उतरे और उसे घेरने की कोशिश की। पुलिस ने इस क्रियाकलाप को रोकने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। हालांकि, कार्यकर्ताओं की घेराव की कोशिश में पुलिस द्वारा रोकी गई और उनके साथ हिंसा की घटनाएँ घटी। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को दौड़-दौड़कर खदेड़ा और लाठियों से भी प्रहार किया। इसके परिणामस्वरूप, प्रदेशाध्यक्ष समेत 50 से अधिक पदाधिकारी-कारकर्ताओं की गिरफ़्तारी की गईं। कई लोगों को चोट आने की खबरें भी हैं।
प्रक्रिया में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसात्मक संघर्ष:
यूनिवर्सिटी एग्जाम टाइम टेबल के गलत पालन, विश्वविद्यालय के तरफ से विशेष मांगों की अनदेखी, तीन साल के कोर्स का पांच साल में पूरा होने की समस्या, रिजल्ट में गड़बड़ियां आदि के कारण छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय कुलपति को ज्ञापन सौंपने का आयोजन किया था। इसके परिणामस्वरूप, गुस्से में कारकर्ताओं ने मुख्य द्वार तक पहुंचने की कोशिश की और इस क्रियाकलाप के दौरान हिंसात्मक संघर्ष की घटनाएँ घटी। पुलिस ने वाटर कैनन का उपयोग करके प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया।
मुख्य मांगें:
एग्जाम समय सारणी की पालन: छात्र संगठन ने यूनिवर्सिटी के एग्जाम समय टेबल की सही पालन की मांग की है।
समय पर परीक्षाएं: परीक्षाएं समय पर नहीं होने से कोर्स पूरे होने में देरी हो रही है, जिससे छात्रों को नुकसान हो रहा है।
रिजल्ट में गड़बड़ियां: गड़बड़ियों के कारण छात्रों को रिजल्ट में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कोर्स पूरा होने के बाद डिग्री और रिजल्ट की त्वरित व्यवस्था: कोर्स पूरा होने के बाद छात्रों को उनकी डिग्री और रिजल्ट की त्वरित व्यवस्था की मांग की गई है।
नई भर्ती की जानकारी: छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय में बाहर से पढ़ने आने वाले छात्रों के लिए हॉस्टल की उचित व्यवस्था की मांग की है।
कैंपस की मरम्मत: विश्वविद्यालय के कैंपस में Lab, Workshop सहित अन्य विभाग की बिल्डिंगों की मरम्मत की मांग की गई है।
अन्य मांगें: साथ ही, छात्र संगठन ने अन्य कई मांगें भी उठाई हैं, जिनमें प्रदर्शनकारियों के द्वारा छात्रों के प्रवेश में दिक्कतों के बारे में बताया गया है।