अशोकनगर : मध्यप्रदेश के अशोकनगर से एक अनोखा मामला सामने आया है। दरअसल, इन दिनों परीक्षाओं का दौर चल रहा है। ऐसे में अशोकनगर में 858 छात्रों के लिए बनाए गए परीक्षा केंद्र पर सिर्फ एक छात्रा परीक्षा देने पहुंची।
बता दें कि, यह मामला शहर के सरस्वती शिशु मंदिर परीक्षा केंद्र का है, जहां 858 छात्रों में से 466 हायर सेकेंडरी परीक्षा दे रहे थे। लेकिन संस्कृत विषय की परीक्षा देने सिर्फ मनीषा अहिरवार नाम की एक छात्रा ही पहुंची। मनीषा कचनार से परीक्षा देने आई थी और वह अशोकनगर में एक निजी स्कूल में पढ़ती है।
परीक्षा केंद्र पर भारी तैयारी
केवल एक छात्रा के लिए भी परीक्षा केंद्र पर पूरी तैयारी की गई थी। कलेक्टर प्रतिनिधि आकाश जैन, पर्यवेक्षक सपना शर्मा, केंद्राध्यक्ष असलम बेग मिर्जा, सहायक केंद्राध्यक्ष निर्मला चंदेलिया, राजकुमार धुरेंटे, एक पुलिसकर्मी और 2 चपरासी सहित 8-9 कर्मचारियों की टीम तैनात थी।
संस्कृत विषय की लोकप्रियता में कमी
यह घटना संस्कृत विषय की लोकप्रियता में कमी को दर्शाती है। कचनार के शासकीय स्कूल में पहले संस्कृत के अतिथि शिक्षक पदस्थ थे, लेकिन अब स्थायी शिक्षिका सरला तोमर की नियुक्ति के बाद भी छात्रों की संख्या में कमी आई है। शिक्षिका का कहना है कि जो छात्र अंग्रेजी में कमजोर होते हैं, वे ही अपनी इच्छानुसार संस्कृत ले रहे हैं।
आशा की किरण
हालांकि, कुछ छात्रों ने संस्कृत विषय लेना शुरू किया है। 12वीं कक्षा में 4 बच्चों ने संस्कृत दी है और 11वीं कक्षा में इस बार 13 बच्चे संस्कृत के हैं। यह एक आशा की किरण है कि भविष्य में संस्कृत विषय की लोकप्रियता फिर से बढ़ेगी।