गुजरात के अहमदाबाद में एक ज्वैलर के साथ एक हैरान करने वाला धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जालसाजों ने एक ज्वैलर के मैनेजर के साथ 2100 ग्राम सोने का सौदा किया, जिसकी कुल कीमत 1.60 करोड़ रुपये थी। सौदे के तहत, उन्होंने कारोबारी को 1 करोड़ 30 लाख रुपये का भुगतान किया और बाकी 30 लाख रुपये डिलीवरी के बाद देने का आश्वासन दिया।
जालसाजी का अनोखा तरीका
जब ज्वैलर का मैनेजर डिलीवरी के लिए सामान तैयार कर रहा था, तभी उसकी नजर जालसाजों द्वारा दिए गए नोटों के बंडल पर पड़ी। ये नोट एक रैपर में बंद थे, जिस पर “स्टेट बैंक ऑफ इंडिया” की जगह “स्टार्ट बैंक ऑफ इंडिया” की मुहर लगी थी। यह देखकर वह चौंक गया। जब उसने रैपर खोला, तो अंदर 500 रुपये के नोट थे, जिन पर गांधीजी की जगह अनुपम खेर की फोटो थी।
संदेह और पुलिस की सूचना
इस असामान्य स्थिति को देखकर कारोबारी ने मैनेजर को सामान देने से रोका और तुरंत पुलिस को सूचित किया। मामला अहमदाबाद के माणक चौक क्षेत्र का है। ज्वैलर मेहुल और लक्ष्मी ज्वैलर्स के मैनेजर प्रशांत पटेल ने मिलकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
आरोपी का तंत्र और पुलिस कार्रवाई
ज्वैलर मेहुल ने पुलिस को बताया कि जालसाज बहुत सहजता से सौदा कर रहे थे, जिससे उन्हें पहले कोई संदेह नहीं हुआ। ज्वैलर ने यह भी बताया कि उन्होंने डील के अनुसार माल पैक करने के लिए आरोपियों द्वारा बताई गई फर्म के नाम पर भेजने को कहा था।
जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो आरोपी भाग चुके थे। जांच में पता चला कि आरोपियों ने स्वर्ण व्यवसायी को ठगने के लिए सीजी रोड पर “अंगारिया फर्म” के नाम से एक फर्जी कार्यालय खोला था। पुलिस अब जालसाजों की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए जांच कर रही है।