स्टेट प्रेस क्लब की कार्टून कार्यशाला का हुआ समापन, प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट देवेंद्र शर्मा ने भेंट किए पुरस्कार

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इंदौर। प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि आज के दौर के बच्चों में बहुमुखी प्रतिभा छिपी हुई है। बच्चे अपना लक्ष्य निर्धारित करके उस दिशा में प्रण-प्राण से जुट जाएं तो सफलता उनके क़दमों में होगी।

शर्मा स्टेट प्रेस क्लब, म.प्र. द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्टून कार्यशाला के पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। शर्मा ने कहा कि पांच वर्ष से लेकर सोलह वर्ष तक की आयु के बच्चों ने इस कार्यशाला में भाग लेकर कार्टून और रेखाचित्रों के बारे में आधारभूत जानकारियां हासिल की है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से बच्चे इस विधा में अपना कैरियर बना सकते हैं। शर्मा ने जानकारी दी कि आज सम्पूर्ण देश में हर भाषा में कार्टून बनाने वाले कलाकार मौजूद हैं। अखबारी कार्टूनो के अलावा कॉमिक्स और फिल्मों में भी व्यंग्य चित्रों के लिए उम्दा अवसर मौजूद हैं।

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इस अवसर पर चिंतक, विचारक एवं वरिष्ठ पत्रकार डॉ. सुभाष खंडेलवाल ने कहा कि अच्छा कार्टूनिस्ट अपने चित्रों या कार्टून में हाव-भाव, चरित्र, वेष-भूषा, कथानक और संवाद के माध्यम से हास्य का समायोजन करता है। डॉ. खंडेलवाल ने प्रशिक्षणार्थियों का आव्हान किया कि ग्रीष्मकालीन अवकाश का लाभ लेते हुए अपने रूचि के विषयों में ज्ञान प्राप्त करें।

उद्योगपति एवं समाजसेवी संजय लुणावत ने कहा कि भारत में कार्टूनकला की शुरुआत ब्रिटिश काल से हुई। भारत में केशव शंकर पिल्लई को कार्टून कला का पितामह माना जाता था, जिन्होंने 1932 में हिन्दुस्तान टाइम्स अखबार में कार्टून विधा की शुरुआत की। इसके बाद आर के लक्ष्मण, कुट्टी मेनन, रंगा, आबू इब्राहम, शेखर गुरेरा, सुधीर तेलंग, बाल ठाकरे जैसे कार्टूनिस्टों ने इस विधा को जन-जन तक पहुंचाया। कार्यक्रम को समाजसेवी अशोक बंसल ने भी संबोधित किया।

कार्यशाला में भाग लेने वाले 75 बच्चों को डॉ. सुभाष खंडेलवाल की ओर से स्कूल बैग, लंच बॉक्स और पानी की बोतल भेंट की गई। संजय लुणावत ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले चार प्रतिभागी योग्या राजोरिया, पाखी गुप्ता, पलक सिसोदिया, विहांग चौहान, महक लालवानी को 21,000/- रुपए के नगद पुरस्कार प्रदान किए। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र और गांधी विचारों की पुस्तक भी भेंट की गई।

इस अवसर पर प्रो. एकता मेहता ने शिविर में उपस्थित बच्चों को मिटटी, गोबर और चारे से पक्षियों के लिए प्राकृतिक एहसास देने वाले घरोंदे बनाने का प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला की जानकारी मुख्य महासहिव नवनीत शुक्ला ने दी। अतिथियों का स्वागत राजेंद्र गुप्ता, राकेश द्विवेदी, किशोर कोडवानी, विवान सिंह राजपूत, विनोद पाठक, मनोज पंडित, कृष्णकांत व्यास, मनोहर लिम्बोदिया, प्रवीण धनोतिया एवं प्रभात जैन ने किया। अतिथियों ने कार्टूनिस्ट देवेन्द्र शर्मा को 11 हजार रुपए श्रद्धानिधि और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल ने दिया। अंत में उपाध्यक्ष कमल कुमार कस्तूरी ने आभार व्यक्त किया।