कोरोना की मार, बसों का संचालन 90% बंद

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प्रदेश मे कोरोना संक्रमण के बढते प्रकोप के कारण आम यात्री सार्वजनिक बसो से यात्रा करने से भयभीत हो रहा है। इस कारण प्रदेश में मात्र 10 %से 12% बसे ही चल पा रही है, डिजल के बढ़ते दामो के कारण एंव खर्च बढने एंव यात्री संख्या कम होने से बस संचालक को प्रतिदिन नुकसान उठाना पड रहा है।

प्राइम रूट बस आनर्स ऐसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने बताया की हम सरकार से मांग कर रहे है कि 50% किराया तत्काल बढाया जाऐ इस पर शासन से हमारी बैठक होकर आम सहमति बन चुकी है। परंतु शासन कोई ध्यान नही देने से वर्तमान मे चल रही बसो को प्रतिदिन हजारो रू का घाटा उठाना पड रहा है। यदि सरकार ने जल्द निर्णय नही लिया तो प्रदेश मे चल रही बसो का संचालन निरंतर घाटे के कारण बंद हो सकता है, इसलिए सरकार को 50% किराया तत्काल बढाया जाना चाहिए।

गोविंद शर्मा ने बताया की ट्राफिक की कमी के कारण 90 % बसो का संचालन बंद होकर सभी बसै आर.टी.ओ. कार्यालय में एम. फार्म. के फार्म पर सरेंडर होकर खडी हो रही है। इससे यह प्रमाणित है कि वर्तमान मे (कम ट्राफिक) यात्री संख्या की कमी के कारण सभी बसे एम.फार्म के फार्म पर खडी हो रही है। इसलिए सरकार को आगामी फरवरी 2021तक का भी टेकस भी शून्य करना चाहिए।

50% किराया वृद्धि एंव फरवरी 2021तक का टेकस शून्य हो , मांग को लेकर ऐसोसिएशन जल्द ही प्रदेशव्यापी आंदौलन की तैयारी कर रहा है। यदि शासन ने हमारी मांगो पर तत्काल कार्यवाही नही की तो वर्तमान मे संचालित बसो का संचालन भी निरंतर घाटे के कारण बंद हो जाऐगा।