पहलवानों के धरने के बीच खेल मंत्रालय का बड़ा फैसला, भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव पर लगी रोक

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नई दिल्ली। कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ एक बार फिर कुश्ती खिलाड़ियों ने मोर्चा खोल दिया है। पहलवानों ने एक बार फिर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। धरने के बीच खेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव पर रोक लगा दी है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव अगले महीने होने वाले थे।

महिला पहलवानों ने बृजभूषण सिंह को पद से बर्खास्त करने की मांग की है। पहलवानों का आरोप है कि बृजभूषण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया और खिलाड़ियों को गाली भी दी थी। अब एक बार फिर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक जैसे दिग्गज खिलाड़ी सहित कुछ और पहलवान जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। 7 महिला पहलवानों ने सिंह के खिलाफ पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए शिकायत दी है। महिला खिलाड़ी सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं हैं। कोर्ट में नाबालिग सहित लड़कियों की ओर से अनुच्छेद 32 के तहत एक रिट याचिका दायर की गई है।

पहलवानों ने कहा कि उन्हें एक महीने में कार्रवाई का भरोसा दिया गया था लेकिन अब तीन महीने बाद भी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है और सरकार ने पहलवानों को जो आश्वासन दिया था वह झूठा निकला। यह पूरा मामला जनवरी में सामने आया था। तब देश के शीर्ष पहलवान बृजभूषण के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए थे।

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भारतीय कुश्ती खिलाड़ियों ने इसी साल जनवरी में बृजभूषण शऱण सिंह के खिलाफ धरना दिया था और अब एक बार फिर ये खिलाड़ी जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए हैं। दूसरी बार विरोध प्रदर्शन में ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक धरने पर बैठे हुए हैं। अब विनेश फोगट और सात अन्य पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है।