झाबुआ की विश्व प्रसिद्ध गुड़िया कला पर विशेष आवरण जारी किया गया

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आजादी के अमृत महोत्सव (AKAM 2.0) के तहत् जनजातीय उत्पादों पर विशेष आवरण जारी करने के क्रम में आज प्रीती अग्रवाल, पोस्टमास्टर जनरल, इन्दौर परिक्षेत्र द्वारा जीपीओ स्थित फिलाटेली ब्यूरो में झाबुआ की ’’विश्व प्रसिद्ध गुड़िया कला’’ पर विशेष आवरण जारी किया गया ।
मध्यप्रदश के झाबुआ जिले में आदिवासी एकल गुड़िया, आदिवासी जोड़़ा, आदिवासी समूह को उनके औजारों के साथ दर्शाते हुए गुड़िया बनाने का कार्य किया जाता है, यह गुडिया झाबुआ के अनेक स्थानीय कलाकारों द्वारा बनाई जाती है व आदिवासी अंचल के पहनावे, परिवेश तथा उनके द्वारा कृषि एवं अन्य कार्य में उपयोग किये जा रहे औजारो तथा शस़्त्रों के बारे में जानने का एक अच्छा माध्यम है ।
आज जारी विशेष आवरण से जिले के ऐसे समस्त कलाकारों एवं उनकी कला को राष्ट्रीय/अंतराष्ट्रीय पहचान मिलेगी जो गुड़िया बनाने का कार्य करते है साथ ही ई-कामर्स पोर्टल पर उपलब्ध होने से इसका अधिकाधिक प्रचार-प्रसार हो सकेगा।  भारतीय डाक विभाग आदिवासी/जनजातीय जनता के उत्थान एवं विकास हेतु हमेशा से ही अग्रसर रहता है, आज का यह कार्यक्रम भी इसी कड़ी में आयोजित किया गया है।
इस अवसर पर प्रवर अधीक्षक डाकघर इंदौर दिनेश डोंगरे, अधीक्षक डाकघर रतलाम राजकुमार शिवहरे, सहायक निदेशक (द्वितीय) क्षे.का.प्रवीण श्रीवास्तव व अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे। इसी के साथ स्वच्छता वार्ड सर्वेक्षण में इन्दौर जीपीओं को स्वच्छतम कार्यालय का पुरस्कार प्राप्त होने में उत्कृष्ट योगदान देने हेतु दीप्ति जोशी, सहायक डाकपाल (मेल्स), आईपीपीबी की सुविधा आमजन को उनके घर पर ही देते हुए सर्वाधिक अकाउंट खोलने हेतु रानू कवड़कर, कुणाल कुमार एवं विपिन कुमार तथा उत्कृष्ट व्यवसाय करने वाले अल्प बचत अभिकर्ता कु.अर्चना पचलानिया, अंकिता दरयानी व रीता अजमेरा को भी पुरस्कृत किया गया।