अलविदा सुरों के सरताज : कई भाषाओं में गाये 40 हजार गाने, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज़ है नाम

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श्रीपति पण्डितराध्युला बालासुब्रह्मण्यम. जिन्हें पूरी दुनिया एस.पी. बालासुब्रह्मण्यम नाम से जानती है, आज करोड़ों दिलों को तोड़कर हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया से विदा हो गए. आज चेन्नई के एक अस्पताल में एस.पी. ने अंतिम सांस ली. वे बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे. संगीत की दुनिया में इस नाम ने ऐसा नाम कमाया कि आज भी इनके गाये गए गाने हर किसी की जुबान पर मिल जाएंगे. लोगों पर इनकी सुरीली आवाज का जादू इस कदर चढ़ा कि वो आज भी बरकरार है. अब श्रीपति पण्डितराध्युला बालासुब्रह्मण्यम अपने फैंस के बीच महज यादों में रह गए हैं. ऐसे में आइए जानते हैं उनसे जुड़ीं कुछ ख़ास बातें…

50 साल के करियर में 40 हजार गाने…

इस आंकड़ें पर वाकई आप विश्वास न करें, हालांकि यह सच है. 50 साल तक संगीत की दुनिया पर इस महान गायक ने राज किया. इस दौरान श्रीपति पण्डितराध्युला बालासुब्रह्मण्यम ने तेलुगू, तमिल, कन्नड़, हिंदी और मलयालम आदि भाषाओं में गाने गाए. संगीत से उनका नाता इस कदर जुड़ा कि उन्होंने इन सभी भाषाओं में 40 हजार गाने गाए.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज़ है नाम…

श्रीपति पण्डितराध्युला बालासुब्रह्मण्यम की क़ाबिलियत और उनकी शख़्सियत का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि श्रीपति पण्डितराध्युला बालासुब्रह्मण्यम का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में भी दर्ज है. जब कन्नड़ कंपोजर उपेंद्र कुमार के लिए उन्होंने 12 घंटों में 21 गाने गाए तब इसी कारण से उन्हें गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में स्थान मिला था.