देश में कोरोना वैक्सीन टीकाकरण की शुरुआत 2021 के जनवरी माह से शुरू की जा चुकी है जिसके अंतर्गत सबसे पहले देश के फ्रंटलाइन वर्कर्स यानि की स्वास्थ्यकर्मी को वैक्सीन का पहला टीका लगाया जाना है। कोरोना की वैक्सीन के टीकाकरण के आकड़ो में भारत ने अन्य सभी देशो को मात दे दी है. इसी के चलते इस वैक्सीन को लेकर कई अफ़वाए भी उड़ाई गयी जो की पूरी तरह बेबुनियाद साबित हुई है। जिसके बाद अब हर किसी को इस वासिने के लगने का इंतजार है। बता दे कि भारत में यह वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में बनायीं जा रही है। अब इस वैक्सीन को लेकर कई लोगो के सवाल है क्या ये वैक्सीन बच्चों को भी दी जा सकती है? जिसका जवाब सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अधिकारियो ने दिया है।
कोरोना वैक्सीन के बच्चो को लगाए जाने के सवाल को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अधिकारियो का कह्ना है कि जल्द ही ये वैक्सीन बच्चो को भी दी जा सकेगी। इसी कड़ी में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में EXIM ग्रुप के डायरेक्टर पीसी नांबियार ने बताया कि “बच्चों को लगने वाली कोविड वैक्सीन इस साल के अक्टूबर तक तैयार हो सकती है” साथ ही उन्होंने कहा कि “यह वैक्सीन को बच्चों के जन्म के एक ही महीने के भीतर ही दिया जा सकेगा” इस खबर के बाद यह अनुमान लगाया जा सकता है कि जल्द ही भारत देश कोरोना वायरस जैसी बीमारी को हराने में सफल होगा।
बच्चो के लिए बनायी जा रही इस वैक्सीन की जानकारी नांबियार ने ये केरल के कोच्चि में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताई थी यह वैक्सीन इस प्रकार से बनायीं जा रही है जो बच्चों को दी जाएगी वह ही आगे चलकर बच्चों के संक्रमित पाए जाने पर दवा के तौर पर दिए जाने के हिसाब से विकसित की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि “सीरम इंस्टीट्यूट चार और कोविड वैक्सीन का निर्माण करेगा और यह सभी इसी साल के आखिर तक इस्तेमाल के लिए तैयार हो जाएंगी” उन्होंने जानकरी दी है कि वैक्सीन के सभी परीक्षण के चरण पूरे हो जाते हैं तो नोवोवैक्स वैक्सीन जून तक उपलब्ध हो जाएगी साथ ही बच्चों के लिए वैक्सीन अक्टूबर तक तैयार हो जाएगी।