Delhi : दिल्ली में वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर को देखते हुए आम आदमी पार्टी की सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को ऐलान किया कि दिल्ली सरकार के सभी सरकारी दफ्तरों में अब 50 प्रतिशत कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम (WFH) करेंगे। इस कदम का उद्देश्य दिल्ली की खतरनाक हवा को कम करना है।
बैठक में तय होंगे वर्क फ्रॉम होम के दिशा-निर्देश
गोपाल राय ने बताया कि इस फैसले पर अमल करने के लिए बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी, जिसमें वर्क फ्रॉम होम की प्रक्रिया को सुनिश्चित किया जाएगा। अधिकारियों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया है कि सरकारी कामकाज में कोई रुकावट न आए, और काम सुचारू रूप से चलता रहे।
प्रदूषण की स्थिति और एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI)
दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण हवा का स्तर बेहद खराब हो गया है। AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) लगातार गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। बुधवार को AQI 421 था, जो पिछले कुछ दिनों की तुलना में कुछ कम हुआ है, लेकिन यह अभी भी खतरनाक है। सोमवार और मंगलवार को AQI 494 और 500 था, जो कि अत्यधिक प्रदूषित स्तर को दर्शाता है।
SC का आदेश: स्कूल बंद, ऑनलाइन कक्षाएं शुरू
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही आदेश दिए थे कि 12वीं कक्षा तक की स्कूलों को बंद किया जाए और कक्षाएं ऑनलाइन आयोजित की जाएं। इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने भी एहतियातन ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने का फैसला किया है।
सरकारी दफ्तरों के समय में बदलाव
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए सरकारी दफ्तरों के समय में भी बदलाव किया है। एमसीडी के दफ्तर अब सुबह 8:30 से शाम 5:00 बजे तक खुले रहेंगे, जबकि दिल्ली सरकार के कार्यालयों का समय सुबह 10:00 से शाम 6:30 बजे तक होगा। इस कदम का उद्देश्य सड़कों पर वाहनों की संख्या को कम करना और प्रदूषण के प्रभाव को घटाना है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. आनंद शर्मा ने बताया कि वर्क फ्रॉम होम और स्कूलों के बंद होने से प्रदूषण पर तुरंत कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन इससे कुछ हद तक प्रदूषण कम हो सकता है। डॉक्टरों ने वर्तमान प्रदूषण स्तर को स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक बताया है और लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को प्रदूषण से बचने के लिए घरों में रहने की सलाह दी जा रही है।
सड़कों पर घटेगी वाहनों की संख्या
वर्क फ्रॉम होम के चलते सड़कों पर वाहनों की संख्या में कमी आएगी, जिससे वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण, जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड, की मात्रा घटेगी। इससे हवा में घुलकर खतरनाक बनाने वाली गैसों की मात्रा कम होगी, और शहरी क्षेत्रों में प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी।