देश की गिरती अर्थव्यवस्था पर सीतारमण ने दिया ये जवाब

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नई दिल्ली। सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि, मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव और इससे GDP में संभावित गिरावट का आकलन करना शुरू किया है। सीतारमण ने आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिये एक और प्रोत्साहन की खुराक दिये जाने की संभावनाओं को खारिज नहीं किया।

बता दे कि, 15वें वित्त आयोग के चेयरमैन एन के सिंह की पुस्तक ‘पोट्र्रेट्स आफ पॉवर: हॉफ ए सेंचुरी आफ बीइंग एट रिंगसाइट’ के अनावरण के मौके पर वित्त मंत्री ने कहा कि, ”मैंने प्रोत्साहन की एक और खुराक के विकल्प को बंद नहीं किया है … हर समय जब हमने एक प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की है, वह काफी विचार विमर्श और सोच विचार के बाद जारी किया गया .. मैंने एक और प्रोत्साहन पैकेज के विकल्प को बंद नहीं किया है।”

वही जब यह सवाल उठा कि, वित्त मंत्रालय क्या अर्थव्यवस्था में आने वाली गिरावट के बारे में कोई अनुमान जारी करेगा? तो सीतारमण ने जवाब के तौर पर कहा कि मंत्रालय ने अक्ट्रबर की शुरुआत से ही इस बारे में कुछ आकलन करने की शुरुआत की है। जल्द ही इस अनुमान को हम बतायेंगे।
सीतारमण ने कहा कि, ”शायद किसी समय हमें इस बारे में वक्तव्य जारी करना होगा। फिर चाहे इसे में सार्वजनिक रूप से कहूं या फिर संसद में कहूं एक अलग बात है। लेकिन वित्त मंत्रालय को इस बारे में आकलन करना होगा कि क्या होने जा रहा है।”

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने त्योहारों के शुरुआत से ही पहले सरकारी कर्मचारियों को एलटीसी के बदले नकद वाउचर देने और 10,000 रुपये का त्योहारी अग्रिम उपलब्ध कराने की घोषणा की है। साथ ही सीतारमण ने वर्ष के दौरान अतिरिक्त पूंजी व्यय करने, राज्यों को 50 साल के लिये 12,000 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त रिण उपलब्ध कराने की भी घोषणा भी की है। वही, इन उपायों को मिलाया जाये तो कुल 28,000 करोड़ रुपये की मांग निकलने की उम्मीद है।

साथ ही, सीतारमण ने कहा कि, वित्त मंत्रालय जल्द ही रणनीतिक और गैर- रणनीतिक क्षेत्रों की पहचान स्पष्ट करने के लिये मंत्रिमंडल के समक्ष प्रस्ताव पेश करेगी।