न्यू दिल्ली: गैगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने एसआईटी जांच का आदेश दिया है| जिसकी अगुवाई एडिशनल चीफ सेक्रेटरी संजय भूसरेड्डी करेंगे| साथ ही अपर पुलिस महानिदेशक हरिराम शर्मा और पुलिस उप महानिरीक्षक जे रवीन्द्र गौड़ को भी जांच दल का हिस्सा बनाया गया है| वही एसआईटी इस मामले की जांच कर 31 जुलाई तक सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी|
विकास दुबे को उज्जैन में गिरफ्तार कर कानपूर लाया जा रहा था| लेकिन रस्ते में एसटीएफ की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया| पुलिस का कहना है कि एक्सीडेंट के दौरान विकास दुबे ने एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनने की कोशिश की| इसके बाद उसने पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की, जवाबी फायरिंग में उसे गोली लगी| इसके बाद पुलिस ने विकास दुबे को अस्तपाल में भर्ती कराया,और अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया|
हालांकि एसटीएफ की इस थ्योरी पर कई सवाल उठ रहे है| लिहाजा राज्य सरकार ने इस मामले की एसआईटी जांच कराने का फैसला लिया है| तो वही यूपी पुलिस ने साफ कर दिया है कि कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे के मारे जाने के बाद भी पुलिस का ऑपरेशन रुका नहीं है| पुलिस को अभी भी विकास दुबे के 12 साथियों की तलाश है, जिन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया| साथ ही पुलिस ने विकास सहित 6 लोगों का एनकाउंटर किया है और 3 लोगों को गिरफ्त में लिया है|