शानौ-शौकत के साथ राजशाही अंदाज में निकली श्रीमंत सुभेदार मल्हारराव होलकर की शौर्ययात्रा

Shivani Rathore
Published on:

इन्दौर में दिखा रजवाड़ी अंदाज, होलकर राजवंश के 14 गौरवशाली नरेशों की वेशभूषा के साथ मां अहिल्या भी हुई बग्घी में संवार, युवाओं ने किया शौर्य का प्रदर्शन

इन्दौर 17 मार्च। श्री क्षत्रिय धनगर नवयुवक मंडल इंदूर एवं श्री क्षत्रिय धनगर सेवा संघ इंदूर ने बुधवार को इंदूर (इन्दौर) के संस्थापक श्रीमंत सुभेदार मल्हारराव होलकर की 331 वीं जन्म जयंती पर शानौ-शौकत के साथ भव्य शौर्ययात्रा निकाली। शौर्ययात्रा में होलकर राजवंश के 14 गौरवशाली राजा घोड़े पर सवार होकर होलकर राजवंश के इतिहास से सभी को रूबरू करवा रहे थे तो वहीं दुसरी ओर बग्घी में सवार अहिल्या माता भी सभी को अपना आशीष प्रदान कर रही थी।

श्री क्षत्रिय धनगर नवयुवक मंडल इंदूर एवं शौर्ययात्रा संयोजक दीपक (सोनू) वालेकर, क्षत्रिय धनगर नवयुवक मंडल अध्यक्ष राकेश टकले व क्षत्रीय धनगर सेवा संघ अध्यक्ष हरीश बारगल एवं सचिव संजय कड़ ने बताया कि अण्णा महाराज, महामंडलेश्वर दादू महाराज, विवेक बडवे (आनंद आश्रम) सहित सर्व मराठी भाषियों ने पूजन कर शौर्ययात्रा की शोभायात्रा का शुभारंभ किया। प्रथम शासक श्रीमंत सुभेदार मल्हारराव होल्कर की शौर्ययात्रा राजशाही ठाठ-बाठ के साथ निकाली गई। इन्दौर में निकली इस शौर्ययात्रा में आम राहगीरों पर भी मराठा साम्राज्य की अपनी छाप छोड़ दी। इन्दौर की सडक़ों पर एक पल के लिए लगा की इन्दौर में अगर शासन है तो वह मल्हारराव होलकर का है। मल्हारराव का जन्म जयंती उनके शासन काल होने का अहसास करा गया। श्रीमंत शुभेदार मल्हारराव होलकर की शौर्ययात्रा लाव-लश्कर के साथ शनिवार को राजबाड़ा क्षेत्र से निकाली गई। यात्रा के अग्र भाग में बैंड़-बाजे, हाथी, घोड़े-बग्घी के साथ ही राजशाही अंदाज में होलकर राजवंश के 14 गौरवशाली नरेश घोड़े पर सवार होकर होलकर राजवंश के इतिहास से सभी को रूबरू करवा रहे थे। यात्रा में बग्घी में सवार अहिल्या माता भी अपना आशीष प्रदान कर रही थी। वहीं समाज के युवा अपने हाथों में भगवा ध्वज तो महिलाएं साफा बांध केशरिया परिधान में नजर आएं। श्री क्षत्रिय धनगर नवयुवक मंडल इंदूर एवं धनगर सेवा संघ की यह शौर्ययात्रा राजबाड़ा अहिल्या प्रतिमा से प्रिंस यशवंत निवास रोड़, पंढरीनाथ, हरसिद्धी, मोती तबेला, कलेक्टर चौराहा होते हुए लालबाग परिसर पहुंची जहां इस यात्रा का समापन हुआ। लालबाग शौर्ययात्रा के समापन पर समाज के वरिष्ठों द्वारा मल्हारराव होल्कर की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। वहीं इस दौरान होलकर शासन काल में हुए जनमानस के कार्यों व श्रीमंत सुभेदार मल्हारराव होलकर का परामक्रम, कुशल नेतृत्व व गौरवशाली इतिहास भी सभी को बताया गया। शौर्ययात्रा में युवाओं को नशा मुक्ति के संदेश के साथ ही समाजजनों को भीषण गर्मी में पक्षियों के लिए अपनी छतों पर सकोरे के साथ ही दाना-पानी रखने का संकल्प भी इस दौरान दिलाया गया। शौर्ययात्रा में नगर विजेंद्र घाडग़े, स्वाति काशिद, गजानंद गावड़े, उदय बहाड़, दिनेश होलकर, यशराज शंकर, कार्तिक भोंडवे, मोहित कड़, यश राशिनकर, जयंत, लखन होलकर, बंटी गर्दे, पंकज, गुंजेश बारगल, देवेश होलकर, हर्ष गावड़े, पीयूष वालेकर, आकाश गोरे सहित मराठीभाषी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन तरूणा होलकर ने किया एवं आभार दीपक (सोनू) वालेकर ने माना।

युवाओं ने किया शौर्य का प्रदर्शन किया- श्री क्षत्रिय धनगर नवयुवक मंडल इंदूर एवं शौर्ययात्रा संयोजक दीपक (सोनू) वालेकर ने बताया कि शौर्ययात्रा में जहां व्यायामशाला के युवा करतब दिखा रहे थे वहीं युवतियां भी पीछे नहीं रही। युवतियों ने भी अपने हाथों में अस्त्र-शस्त्र लेकर शौर्य का प्रदर्शन किया।

संलग्न चित्र- शौर्ययात्रा में दिखा राजशाही अंदाज, 331वीं जन्म जयंती पर निकाली समाज बंधुओं ने शौर्ययात्रा।