खाली जेब दिखाना, च्युइंगम थूकना.. कोहली की इन हरकतों पर सुनील गावस्कर ने दिया करारा जवाब, कहा- ‘भारतीय खिलाड़ियों को…’

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बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली का बल्ला पूरी तरह से खामोश रहा, जो उनके लिए एक असफल दौरा साबित हुआ। इस दौरे में जहां उन्होंने बल्ले से कोई खास प्रदर्शन नहीं किया, वहीं फील्ड पर उनके आक्रामक रवैये ने कई बार सुर्खियां बटोरीं। अब इस पूरे मामले पर पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने विराट को एक अहम सलाह दी है।

दर्शकों को जवाब देने में नहीं पीछे

विराट कोहली का आक्रामकता मैदान पर बहुत प्रसिद्ध है। वे विरोधी टीम के खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों को जवाब देने में कभी भी पीछे नहीं हटते। उनका यह स्वभाव उन्हें कई बार विवादों में भी डाल चुका है, लेकिन विराट के लिए यह आदत लगातार बनी रही है। एक उदाहरण सिडनी टेस्ट का है, जब ऑस्ट्रेलियाई फैंस ने विराट को हूट किया, तो उन्होंने अपनी खाली जेब दिखा दी। यह इशारा 2018 के सैंडपेपर गेट की ओर था, जब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने बॉल टैम्परिंग की थी।

टीम पर पड़ता है दबाव

हालांकि, इस आक्रामक रवैये पर सुनील गावस्कर ने विराट को एक अहम सलाह दी है। गावस्कर ने कहा, “विराट कोहली को यह समझना चाहिए कि फील्ड पर जो भी प्रतिक्रिया वह दर्शकों को देते हैं, वह उनके साथियों पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं। इन खिलाड़ियों को भीड़ का निशाना बनाया जाता है और यह टीम की सामूहिक स्थिति को प्रभावित करता है।”

विवादों में घिरे विराट कोहली

विराट के ऑस्ट्रेलियाई फैंस के साथ टकराव के कई उदाहरण सामने आए हैं। मेलबर्न टेस्ट में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई युवा बल्लेबाज सैम कॉन्सटस के कंधे से टक्कर मारी, जिसके बाद उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, एक और विवाद तब हुआ जब विराट ने फील्डिंग के दौरान ऑस्ट्रेलियाई फैंस की तरफ च्युइंगम थूक दी। इन घटनाओं के बाद विराट और ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों के बीच कुछ तीखी बहसें भी हुईं, जब विराट आउट होकर ड्रेसिंग रूम की ओर जा रहे थे।

विराट कोहली का यह आक्रामक रवैया उनकी पहचान बन चुका है, लेकिन सुनील गावस्कर की यह सलाह उनके खेलने के तरीके और टीम के सामूहिक प्रदर्शन पर सकारात्मक असर डाल सकती है। विराट को समझना होगा कि मैदान पर उनका हर एक कदम टीम की मानसिकता और प्रदर्शन को प्रभावित करता है।